Haryana News: चरखी दादरी में लंबे समय से जलभराव की समस्या ने स्थानीय निवासियों को नरकीय जीवन जीने पर मजबूर कर दिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि दूषित जल के कारण वे अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. बारिश के बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है, जिससे लोगों में भारी रोष उत्पन्न हो रहा है.


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प्रशासन की उपेक्षा
स्थानीय लोगों ने बताया कि चुनाव के समय नेता उनके बीच आकर वादे करते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद उनकी सुध नहीं लेते. इसके चलते लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं और जलभराव की समस्या बनी हुई है. प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से बार-बार गुहार लगाने के बावजूद कोई ठोस समाधान नहीं मिला है. हाल ही में हुई बारिश के बाद भी शहर में जलभराव की समस्या बनी हुई है. विशेषकर डाबरा कॉलोनी, रविदास नगर और लोहारू चौक जैसे स्थानों पर स्थिति गंभीर है. नवीन कुमार, जो डाबरा कॉलोनी में दुकान चलाते हैं, ने बताया कि उनके क्षेत्र में सीवर व्यवस्था का बुरा हाल है.


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जलभराव के कारण कई परिवार यहां से पलायन कर चुके हैं. नवीन कुमार ने कहा कि गली में जलभराव के कारण उनके बिजली उपकरण जल रहे हैं, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है. स्थिति इतनी विकट हो गई है कि लोग पलायन करने के लिए मजबूर हैं. लोहारू चौक पर जलभराव की स्थिति सबसे अधिक विकट है. यहां दादरी विधायक सुनील सांगवान के निवास स्थान से महज 200 मीटर की दूरी पर नेशनल हाईवे 334 बी पर जलभराव ने सड़क को मिनी तालाब का रूप दे दिया है. इससे दो पहिया वाहन चालकों को निकलना कठिन हो गया है.


लोगों का आक्रोश
स्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे बड़ा कदम उठाने को मजबूर होंगे. प्रशासन को चाहिए कि वह इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान दे और जलभराव को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाए.


Input: Pushpender Kumar