राजेश खत्री/ नई दिल्ली: सोनीपत में शहरी ठेका सफाई कर्मचारी यूनियन (Contract Sweepers Union) के नेतृत्व में एक बार फिर से सफाई कर्मचारी सड़कों पर उतर आए हैं. अपनी समस्या को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को ज्ञापन भी सौंप दिया है. ठेका सफाईकर्मी सुविधाएं और समय पर सैलरी न मिलने और साथ ही ठेकेदार पर शोषण करने का आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि अगर कर्मचारियों की मांगों पर सुनवाई नहीं होती है तो वह बड़ा आंदोलन करने को मजबूर हो सकते हैं.


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सोनीपत में शहरी ठेका सफाई कर्मचारी यूनियन के नेतृत्व में सफाई कर्मचारी सड़कों पर उतर आए हैं. हाथों में झाड़ू और झंडे लेकर उन्होंने नगर निगम प्रशासन और सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने ठेकेदार पर कई गंभीर आरोप लगाए. कर्मचारियों का आरोप है कि उनको सुविधाएं नहीं मिल रही है. सफाईकर्मीयों का कहना है कि उनको पीएफ, ईएसआई के नंबर तक उपलब्ध नहीं करवाए गए हैं. इतना ही नहीं उनके पास आइडेंटी कार्ड तक नहीं हैं. साथ ही सफाई कर्णचारियों का आरोप है कि उनको ठेकेदार द्वारा औजार जैसे झाड़ू, मास्क, हाथों के दस्ताने, आदि नहीं दिए जाते हैं. जिससे कि उन्हें गंभीर बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है. 


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कर्मचारियों द्वारा सीएम मनोहर लाल को भेजे गए ज्ञापन में कहा कि उनको समय पर सैलरी नहीं दी जा रही है. ठेकेदार उनका शोषण करते हैं. अगर कर्मचारियों की मांगों पर सुनवाई नहीं होती है तो वह बड़ा आंदोलन करने को मजबूर हो सकते हैं. उन्होंने ज्ञापन में यह भी लिखा कि फिलहाल न तो उनके पास सामाजिक सुरक्षा की गारंटी है और न ही पीएफ व ईएसआई के नंबर तक हैं. जिसको लेकर वह प्रदर्शन करने को मजबूर हैं.