Haryana Weather Update: हरियाणा प्रदेश के अधिकांश क्षेत्र में आज सुबह हल्की बारिश किसानों के लिए वरदान साबित होगी. पश्चिम विक्षोभ के प्रभाव से अब 25 दिसंबर के बाद भी बरसात की संभवानाएं कृषि वैज्ञानिक बता रहे हैं. इस बरसात से जहां दिन का तापमान कम होगा, वहीं रात के तापमान में बढ़ोत्तरी होगी. इस बरसात से इन दिनों बोई जा चुकी रबी की मुख्य फसलें गेहूं, सरसो, चना व अन्य बागवानी की फसलों को सीधा लाभ पहुंचेगा और फसलों की ग्रोथ तेजी से होगी. किसानों ने इस मौसम की इस पहली बरसात पर खुशी जाहिर करते हुए इस बरसात को अत्यंत लाभकारी बताया है. 


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हरियाणा के चरखी दादरी जिले में सोमवार अल सुबह को हल्की बारिश शुरू हुई थी. रुक-रुककर दोपहर बाद तक बूंदाबांदी जारी रही. यह बारिश फसलों के लिए काफी फायदेमंद मानी जा रही हैं, जिसके चलते किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. वहीं कृषि विशेषज्ञों ने भी इस बारिश को सोने पर सुहागा माना है. दूसरी ओर जिले में प्रदूषण का स्तर काफी अधिक बढ़ने के कारण ग्रैप-4 की पांबदियां लागू की गई है. बारिश के बाद प्रदूषण स्तर में सुधार होगा. 


बता दें कि चरखी दादरी जिले में सोमवार को अल सुबह करीब 5 बजे हल्की बारिश शुरू हुई थी, जिसके बाद रुक-रुककर दोपहर तक बूंदाबांदी जारी रही. इस बारिश को रबी सीजन की फसल गेहूं, सरसों, जौ, चना, मटर आदि फसलों के लिए काफी फायदेमंद माना जा रहा है. बारिश भले ही कम मात्रा में हुई है, लेकिन किसान इससे बेहद खुश नजर आ रहे हैं. कृषि विशेषज्ञ भी इस बारिश को फसलों के लिए संजीवनी के समान मान रहे हैं. वहीं दूसरी ओर बारिश से प्रदूषण स्तर में सुधार देखने को मिला है और वायु गुणवत्ता सूचकांक जो रविवार को करीब 360 तक पहुंच गया था. वह सोमवार को 330 तक आ गया है. वहीं समय बीतने के साथ इसमें और सुधार की उम्मीद जताई जा रही है. 


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कृषि एवं किसान कल्याण विभाग में कार्यरत विषय विशेषज्ञ डॉ. चंद्रभान श्योराण ने बताया कि यह बारिश फसलों के लिए बेहद फायदेमंद है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने गेहूं व सरसों में कोर की सिंचाई नहीं की थी वे इस समय अपनी फसलों में नाइट्रोजन वाली खाद बारिश के साथ दे दे. डॉ. चंद्रभान श्योराण ने कहा कि चरखी दादरी जिले में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा हुआ था. वातावरण में व पेड़ों पर जो धूल थी वह बारिश से जम गई है, जिससे प्रदूषण स्तर में भी सुधार होगा. 


प्रदूषण स्तर बढ़ने के कारण हरियाणा के सभी जिलों में ग्रैप-4 की पाबंदियां लगाई गई हैं, जिसके तहत निर्माण कार्य करने, निर्माण सामग्री ले जाने, माइनिंग, क्रशर आदि कार्य बंद होने के कारण लोगों के काम-धंधे ठप्प हैं. इससे काफी संख्या में लोगों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हुआ हैं, लेकिन बारिश के बाद प्रदूषण स्तर में सुधार होने से ग्रैप-4 की पाबंदिया हटने की उम्मीद जगी है. 


Input: Pushpender Kumar