Corn Benefits: बारिश के दिनों में भुट्टे की महक दूर तक सुनाई देती है और भारत में अधिकतर लोगों की भुट्टा पहली पसंद हैं. लेकिन, क्या आप लोग जानते हैं मकई के खाने के चमत्कारी फायदों के बारे में? मगर आपको ये जानकार हैरानी होगी कि मकई खाने से कई गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है. तो चलिए आज जानते हैं मकई के गुण और उपयोग से जुड़ी कई जरूरी बातें और साथ ही, जानेंगे कि मकई खाने के नुकसान के बारे में...


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जानें, भुट्टा के प्रकार


– येलो डेंट कॉर्न


– स्वीट कॉर्न


–  व्हाइट कॉर्न


– हाई एमाइलोज कॉर्न


– पॉप कॉर्न


– रेड कॉर्न


– ब्लू कॉर्न


– ओर्नामेंटल कॉर्न


मकई या भुट्टा खाने के फायदे


मकई के दानों में फैट, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फाइबर के साथ कई तरह के विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसलिए ये शरीर के विभिन्न पोषक तत्वों को पूरा करने में मदद करता है. इसी के साथ ये त्वचा, बाल और स्वास्थ्य से जुड़ी कई परेशानियों (जैसे:- पीलिया, हाई बीपी, लिवर विकार, मानसिक विकार और पाचन में परेशानी आदि) में काफी मदद करता है और शायद यहीं वजह है कि मकई के दानों को सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है.


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डायबिटीज नियंत्रित करता है


अगर आप को हाई ब्लड शुगर से जूझ रहे हैं तो मकई के दाने आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं. टाइप- 2 डायबिटीज मरीजों पर आधारित शोध में सीधे तौर पर मकई को सहायक माना गया है. नियमित रूप से मकई का सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर में असरदार साबित होता है. इसी के साथ फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और विटामिन से समृद्ध स्रोत के तौर पर डायबिटीज में मकई को शामिल करने की सलाह दी जाती हैं. मकई का उपयोग कर डायबिटीज की समस्या में कुछ हद तक राहत पाई जा सकती है.


आंखों के लिए फायदेमंद


मकई में एंटीऑक्सीडेंट, ल्यूटिन और जैक्सैन्थिन भरपूर मात्रा में पाई जाते हैं. यह सभी गुण आंखों की रोशनी को बचाने में मदद करता है.


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गर्भावस्था में फायदेमंद


भुट्टा खाना गर्भावस्था के दिनों में काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. क्योंकि, इसमें कैल्शियम, आयरन और फोलिक एसिड के साथ विटामिन सी, डी और ए भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं और ये सभी पोषक तत्व गर्भावस्था में काफी उपयोगी साबित होते हैं. इसी के साथ मकई में पाया जाने वाला फोलिक एसिड और विटामिन-बी होने वाले शिशु में न्यूरल ट्यूब दोष (शिशु के मस्तिष्क व रीढ़ में विकार उत्पन्न होना) से बचाने में मदद करता है. गर्भावस्था के दिनों में शुगर की समस्या में डॉक्टर पौष्टिक आहार में कॉर्न खाने की सलाह देते हैं.


आयरन की कमी को पूरा करता है


मकई का नियमित रूप से सेवन करने से शरीर में आयरन की कमी को पूरा करने में मदद करता है. मकई का नियमित सेवन करने वाले लोगों में आयरन की कमी से होने वाली गंभीर परेशानियों से काफी हद तक बचा जा सकता है. साथ ही इसके कारण होने वाली एनीमिया की समस्या से भी बचा जा सकता है.


त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद


मकई में विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स पाया जाता है, जो त्वचा और बालों के लिए भी लाभदायक है. इसी के साथ मकई में अलावा, मकई में विटामिन-ए, डी, सी, ई, जिंक व आयरन जैसे पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं. इसमें विटामिन डी, सी, जिंक व आयरन बालों के लिए और विटामिन-ए, डी, सी, ई त्वचा के बेहतर स्वास्थ्य के लिए अधिक महत्वपूर्ण माने जाते हैं.