Delhi News: भारत दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन गया है. वहीं अब कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि भारत में कंडोम (Condom) की किल्लत होने जा रही है. इससे भारत का परिवार नियोजन कार्यक्रम बुरी तरह से प्रभावित होगा, क्योंकि केंद्रीय खरीद एजेंसी, सेंट्रल मेडिकल सर्विस सोसाइटी(CMSS) समय पर गर्भ निरोधकों की आपूर्ति करने में विफल रही है. 


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जानकारी के अनुसार अखिल भारतीय कंडोम निर्माता संघ जिसमें कंडोम ब्रांड निरोध बनाने वाली कंपनी भी शामिल है, उसने सरकार को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी थी कि CMSS कंडोम की खरीद में विफल रही है. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस तरह की रिपोर्टों को गलत और भ्रामक बताया है. मंत्रालय का कहना है कि सरकार के कंडोम का जो वर्तमान स्टॉक है, वो राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है.


वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि CMSS मंत्रालय के विभिन्न कार्यक्रमों के लिए विभिन्न दवाएं और चिकित्सा सामानों को खरीदता है और उसके टेंडर प्रक्रिया और आपूर्ति स्थिति की बारीकी से निगरानी की जाती है.


सेंट्रल मेडिकल सर्विस सोसायटी एक स्वायत्त संस्था है, जोकि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत आता है. यह एजेंसी राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम और राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के लिए कंडोम खरीदती है.


परिवार नियोजन कार्यक्रम के लिए CMSS ने 5.88 करोड़ कंडोम खरीदे हैं. सरकार के पास वर्तमान में जितने कंडोम हैं, वो परिवार नियोजन कार्यक्रम की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है. मंत्रालय ने कहा है कि यह स्पष्ट किया जाता है कि चिंता करने का कोई कारण नहीं है, क्योंकि स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है. मंत्रालय ने कहा है कि टेंडर की प्रक्रिया और दवाओं, चिकित्सा सामानों की आपूर्ति पर निगरानी के लिए मंत्रालय की साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित की जा रही है. साथ ही CMSS की खरीद में देरी के कारण कंडोम की कमी का कोई मामला सामने नहीं आया है.