Palwal: स्वास्थ्य विभाग हरियाणा की तरफ से जिला नागरिक अस्पताल के 6 डॉक्टर के खिलाफ जांच के आदेश जारी किए गए हैं. इन डॉक्टरों पर निजी क्लीनिक चलाने और पैसे लेकर इलाज करने और मरीजों के साथ बुरा व्यवहार करने के अलावा फर्जी तरीके से एमएलआर बनाने के आरोप हैं. सीएमओ पलवल को इस जांच की जिम्मेदारी मिली है. दो दिन के अंदर इस जांच की रिपोर्ट चंडीगढ़ भेजी जाएगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पलवल स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर से सुर्खियों में आ चुका है. इस बार सुर्खियों में आने का सबसे बड़ा कारण रहा है कि पलवल के 6 डॉक्टर इस बार स्वास्थ्य विभाग के रडार पर आए हैं. इन 6 डॉक्टर पर डॉक्टरों पर निजी क्लीनिक चलाने , पैसे लेकर इलाज करने और मरीजों के साथ बुरा व्यवहार करने के अलावा फर्जी तरीके से एमएलआर बनाने के आरोप हैं. इन सभी डॉक्टरों में मनागरिक अस्पताल के डिप्टी सीएमओ से लेकर दूसरे ब्लाक के SMO तक शामिल हैं.


ये भी पढ़ें: ICC ODI Team of the Year 2023: आईसीसी ने रोहित शर्मा को दी वनडे टीम ऑफ द ईयर की कप्तानी, विराट का नाम भी लिस्ट में शामिल


हरियाणा सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के 60 ऐसे डॉक्टरों के नाम चिन्हित कर उनके खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं, जिनमें से 6 डॉक्टर अकेले पलवल जिला से है.  डारेक्टर जनरल हेल्थ सर्विसेज हरियाणा ने जांच के आदेश जारी किए है. इन सभी डॉक्टरों पर अलग-अलग आरोप लगे हैं. पलवल अस्पताल में डिप्टी सीएमओ के पद पर तैनात डॉक्टर रामेश्वरी व उनके पति वीरेंद्र पर निजी दांतो अस्पताल चलाने का आरोप है.


पलवल अस्पताल में तैनात डॉक्टर आशिमा कालरा व उनके पति डॉ विशाल कालरा पर दातों का निजी अस्पताल चलाने का आरोप हैय सीएससी हथीन में तैनात सीएमओ गजे सिंह , पलवल नागरिक अस्पताल में तैनात डॉक्टर महेंद्र दलाल और डॉ संदीप सोनी पर फर्जी तरीके से एमएलआर बनाने के आरोप हैं. सीएमओ पलवल को 2 दिन के अंदर यह जांच पूरी करके भेजनी है, जिसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी.
Input: Rushtam jakhar