15 August: Har Ghar Tiranga कार्यक्रम से हो सकता है 600 करोड़ रुपये का व्यापार
15 August: कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने तिरंगा के प्रति लोगों के समर्पण और उत्साह को देखते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से इस वर्ष के 15 अगस्त से 15 अगस्त 2024 तक की अवधि को `स्वराज वर्ष` के रूप में घोषित करने की अपील की है.
Har Ghar Tiranga: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर घर तिरंगा अभियान को देशभर में बेहद उत्साहपूर्वक मनाने के लिए कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) देशभर में व्यापक रूप से बड़े प्रयास कर रहा है. उम्मीद है कि इस वर्ष इस अभियान से देशभर में लगभग 35 करोड़ तिरंगे झंडे की बिक्री होगी, जिससे लगभग 600 करोड़ रुपये का व्यापार होगा. पिछले वर्ष यह बिक्री लगभग 500 करोड़ रुपये थी. कैट ने देश के सभी व्यापारियों से जोरदार अपील की है कि वो अपनी दुकानों एवं घरों पर 13 अगस्त से 15 अगस्त तक राष्ट्रीय ध्वज जरूर लगाएं तथा अपने कर्मचारियों को भी तिरंगे झंडे वितरित करें. जिससे वो अपने घरों पर लगा सकें. कैट ने कहा कि राष्ट्रभक्ति एवं स्व-रोजगार से जुड़े इस अभियान ने पूरे देश में लोगों के बीच देशभक्ति की एक अद्भुत भावना तथा कोआपरेटिव व्यापार की बड़ी संभावनाएं खोल दी हैं.
स्वराज वर्ष
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने तिरंगा के प्रति लोगों के समर्पण और उत्साह को देखते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से इस वर्ष के 15 अगस्त से 15 अगस्त 2024 तक की अवधि को 'स्वराज वर्ष' के रूप में घोषित करने की अपील की है. वहीं यह भी आग्रह किया कि अगले माह होने वाले G 20 सम्मेलन के अवसर पर भी देश के लोगों से हर घर तिरंगा की अपील की जाए.
600 करोड़ के व्यापार का आसार
श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा कि आज से 15 अगस्त तक पूरे देश में कैट के झंडे तले देश के व्यापारी संगठन 4000 से अधिक तिरंगा कार्यक्रम आयोजित करेगी, जिसमें तिरंगा रैलियां, तिरंगा मार्च, तिरंगा गौरव यात्रा एवं स्वराज मार्च जैसे कार्यक्रम होंगे. श्री भरतिया और श्री खंडेलवाल ने कहा की हर घर तिरंगा से देशभर में 10 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दिया, जिन्होंने अपने घर में या छोटे स्थानों पर स्थानीय दर्जी की सहायता से बडे पैमाने पर तिरंगा झंडा बनाया. एसएमई विनिर्माण और व्यापार क्षेत्र ने सबसे अधिक संगठित तरीके से बडी संख्या में भारतीय ध्वज तैयार करने में दिन-रात काम किया. आम तौर पर बनाए गए ध्वज के विभिन्न आकारों में 6800x4200 मिमी, 3600 x 2400 मिमी, 1800x1200 मिमी, 1350x900 मिमी, 900x600 मिमी, 450x300 मिमी, 225x150 मिमी और 150x100 मिमी शामिल हैं. वर्ष 2022 से पहले पिछले वर्षों में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारतीय तिरंगे की वार्षिक बिक्री लगभग 150-200 करोड रुपये तक सीमित थी. जबकि हर घर तिरंगा आंदोलन ने बिक्री को कई गुना बढाकर 600 करोड रुपये कर दिया है.
ये भी पढ़ें: Noida News: आरोपी ने दरोगा की सर्विस रिवॉल्वर छीन की फायरिंग, पुलिस ने किया गिरफ्तार
लोगों में आएगा उत्साह
श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने प्रधानमंत्री मोदी से इस वर्ष 15 अगस्त से आगामी 15 अगस्त तक को स्वराज वर्ष घोषित करने का आग्रह करते हुए कहा कि 'आत्मनिर्भर भारत' और 'लोकल फॉर वोकल' के दृष्टिकोण को और मजबूत किया जाने तथा देश के व्यापार और मध्यम उद्योग को उच्च गुणवत्ता वाली वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री जो वैश्विक परिदृश्य पर भारत को एक विशिष्ट राष्ट्र के रूप में स्थापित करेगी, प्रोत्साहित करने का भी आग्रह किया . उन्होंने आगे कहा कि देश भर में तिरंगा अभियान के प्रति लोगों के उत्साह और देशभक्ति को देखते हुए सरकार को विभिन्न क्षेत्रों के संगठनों के साथ पीपीपी मॉडल में भारत की मूल कला एवं व्यापारिक दक्षताओं को जगाने के लिए अभियान चलाना चाहिए, जिसका मूल उद्देश्य राष्ट्र सर्वोपरि हो तथा भारत में बनी हुई वस्तुओं के उपयोग करने का आग्रह हो.
स्वराज वर्ष की अपील
देश के युवाओं को स्वतंत्रता प्राप्त करने में लोगों द्वारा किए गए बलिदानों को बताने और स्वराज वर्ष में एक साल की लंबी श्रृंखला देश की स्वतंत्रता के बारे में भावना और आत्मविश्वास को आत्मसात करना जरूरी है. दोनों व्यापारी नेताओं ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि पिछले 76 वर्षों में पूरी दुनिया में ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई देश अपने राष्ट्रीय ध्वज के नीचे एक साथ खडा है. इससे पूरी दुनिया में भारत का बड़ा मजबूत संदेश गया है. वर्तमान समय में जब कुछ लोग देश को अस्थिर करना चाहते हैं, स्वराज वर्ष देश के ताने-बाने को देशभक्ति के धागे से बांधने में बहुत अच्छा काम करेगा.