Ghaziabad: आंगनबाड़ी केंद्रों में बने बच्चों की हाइट के हिसाब से टॉयलेट, यूपी की राज्यपाल ने आत्मनिर्भरता के लिए बताया जरूरी
Ghaziabad News: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गाजियाबाद में देश की पहले AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित आंगनवाड़ी केंद्र का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया. राज्यपाल ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों में टॉयलेट, पीने के पानी की सुविधा सब बच्चों की हाइट के हिसाब से होनी चाहिए.
Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गाजियाबाद में देश की पहले AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित आंगनवाड़ी केंद्र का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने आंगनवाड़ी केन्द्रों में किए जा रहे सुधारों और डिजिटलीकरण के लिए सभी को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि आज देश की पहली AI आंगनवाड़ी का शुभारंभ हुआ है, इससे बच्चों को और बेहतर शिक्षा व जानकारी प्राप्त होगी.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए कि बच्चे उसे समझ सकें. सिर्फ रटा-रटाया ज्ञान न हो. बच्चे को समझ आना चाहिए कि वह क्या लिख रहा है, क्या बोल रहा है. शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में संस्कृति और सभ्यता का भी ज्ञान होना चाहिए. इसके लिए पाठयक्रम शिक्षा और सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान इस प्रकार के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाने चाहिए, जिससे बच्चों में संस्कृति और सभ्यता का भी ज्ञान आ सके.
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राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान समय में बच्चों के साथ-साथ महिलाएं भी कुपोषित हैं. जब हमारी माताएं सशक्त बनेंगी तो हमारे बच्चे भी सशक्त बनेंगे और तभी देश भी सशक्त बनेगा. आंगनवाड़ी सहित जहां भी गर्भवती महिलाएं काम कर रही हैं उन्हें पोषण आहार प्रदान करें, जिससे महिलाएं स्वस्थ रहें और एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दें.
राज्यपाल ने आंगनवाड़ी केंद्रों को एक किट भी दी और निर्देशित किया गया है कि इस तरह की किट सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में होनी चाहिए, जिससे बच्चों को कोई भी परेशानी होने पर उसका समाधान किया जा सके. इस किट में साबुन, डिटॉल, पट्टी, मरहम, कंघा, सीसा, सूई-धागा, कैंची, तेल सहित अन्य सामग्री हैं. इस दौरान राज्यपाल ने ये भी कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्रों को बनाते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि बच्चों के लिए पानी की सुविधा, शौचालय, टॉयलेट सहित सब उनकी हाइट के हिसाब से बनाए जाएं, ताकि वे दूसरों पर निर्भर न होकर बचपन से ही आत्मनिर्भर बन सकें.
जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि AI के माध्यम से बच्चों को शिक्षा देना आसान होगा. बच्चे अब खेलते हुए अपनी पढ़ाई कर सकेंगे. शुरुआती तौर पर 100 आंगनबाड़ी केंद्रों में छोटे बच्चों को AI से शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी.
Input- Piyush Gaur