India vs Bharat: इंडिया बनाम भारत मुद्दे पर बोले अनिल विज, असली नाम पुकारने से ऐतराज क्यों?
India vs Bharat: इंडिया बनाम भारत मुद्दे पर अनिल विज ने कहा कि भारत के संविधान में पूरी तरह से स्पष्ट किया गया है कि हम इंडिया के लोग जो कि भारत है. अनिल विज ने कहा कि अगर किसी का प्रचलित नाम कुछ और है और असली नाम कुछ और है तो असली नाम से पुकारने पर एतराज क्यों और किस लिए है?
India vs Bharat: देश में उठे इंडिया बनाम भारत के मुद्दे पर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि संविधान में ये साफ लिखा गया है देश का असली नाम भारत है. साथ ही वेद-पुराण में भी भारत ही लिखा गया है न कि इंडिया. ऐसे में किसी को भी असली नाम लेने से से ऐतराज क्यों है?
राष्ट्रगान में इंडिया विधाता क्यों नहीं लिखा गया?
इस मौके पर अनिल विज ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि भारत के संविधान में पूरी तरह से स्पष्ट किया गया है कि हम इंडिया के लोग जो कि भारत है. अनिल विज ने कहा कि अगर किसी का प्रचलित नाम कुछ और है और असली नाम कुछ और है तो असली नाम से पुकारने पर एतराज क्यों और किस लिए है? हमारे किसी भी शास्त्र में कहीं भी इंडिया शब्द का उपयोग नहीं हुआ है और तो और हमारे राष्ट्रीय गान में भी इंडिया नहीं भारत भाग्य विधाता ही लिखा गया है. वहां इंडिया विधाता क्यों नहीं लिखा गया?
'Indira Is India' का जिक्र किया
उन्होंने कहा कि संविधान में ही यह लिखा हुआ है कि हम इंडिया के लोग जो भारत है. गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि जिसका प्रसिद्ध नाम कुछ और है और असली नाम कुछ और है तो असली नाम से पुकारने पर ऐतराज क्यों हो रहा है. वहीं गृह मंत्री अनिल विज ने संविधान के बाद शास्त्रों का उदाहरण देते हुए बताया कि किसी भी शास्त्र में, वेदों में, उपनिषदों में INDIA का वर्णन नहीं है. इसके साथ ही गृहमंत्री अनिल विज ने गीता के एक श्लोक का उदाहरण देते हुए कहा कि इसमें भी भारत का ही जिक्र है न कि INDIA का. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय गान में भी "भारत भाग्य विधाता " लिखा हुआ है. वहां INDIA क्यों नहीं लिखा गया? कांग्रेस ने कोई पहली बार I. N. D. I. A नाम नहीं रखा इन्होनें 1977 में भी कहा था INDIRA IS INDIA उस समय भारत की जनता ने इंदिरा को धूल चटा दी थी और वही काम अब हिन्दुस्तान की जनता इस I. N. D. I. A वालों का करने वाली है.