International Yoga Day: भारत के साथ- साथ दुनिया के कई देशों में योग दिवस मनाया जाता है. योग दिवस की शुरुआत साल 2015 में की गई थी. योग हमारी संस्कृति का हिस्सा होने के साथ-साथ हमारे ऋषि मुनियों की धरोहर भी है, लेकिन योग अब महज कार्यक्रम तक ही सीमित नहीं रह गया है बल्कि, प्रतियोगी परीक्षाओं में भी योग से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं. योग में करियर की कई संभावनाएं भी हैं. स्कूलों में भी योगा टीचर्स की भर्तियां की जा रही हैं. युवा पीएचडी भी कर रहे हैं. साथ ही साथ योग पर कई भी कोर्स उपलब्ध हैं. ऐसे में हर वर्ष 21 जून को ही योग दिवस मनाने के बाद इससे जुड़े कई सवाल भी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

'इंटरनेशनल योग दिवस' की शुरुआत
प्रधानमंत्री के सुझाव के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nation) ने 11 दिसंबर 2014 को घोषणा की थी कि हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाएगा. इसके बाद हर साल करीब 190 देशों द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत किया गया.


ये भी पढ़ें: Delhi News: सौरभ भारद्वाज का केंद्र पर निशाना, अध्यादेश मामले में सरकार को घेरा


परीक्षाओं के लिए ये करें तैयारी
बता दें, हर साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का थीम निर्धारित किया जाता है. इन चुनिंदा थीम्स के अनुसार योग कार्यक्रमों का चुनाव होता है. इसके साथ ही इन थीम्स से जुड़े सवाल भी प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछा जाता है. इसके साथ ही योगा दिवस मनाने के बाद से स्कूल-कॉलेजों में भी योगा टीचर की वैकेंसी आने लगी है. ऐसे में अगर आप सरकारी नौकरी की तैयारी करते हैं तो आपको साल 2023 के योगा दिवस कार्यक्रम के बारे में हर जानकारी जुटा लेनी चाहिए. जैसे इसका थीम क्या था, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत कब की गई थी, कितने देशों ने इसके पक्ष में वोटिंग की थी, इत्यादि. 


2023 का थीम
हर साल इस आयोजन के लिए एक अलग विषय होता है. 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023' की थीम 'वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग' है. 'इंटरनेशनल योग दिवस' का उद्देश्य दुनिया के लोगों को योग के जरिए कई भौतिक और आध्यात्मिक लाभों के बारे में जागरूकता फैलाना है.