ISIS Terrorist: बम बनाने वाले मास्टर ने की इंजीनियरिंग की पढ़ाई, ऐसे हुआ खुलासा, दिल्ली समेत कई इलाकों को दहलाने की साजिश हुई नाकाम
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल आतंकियों की एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए शाहनवाज नाम के तीन लाख इनामी आतंकी समेत दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है.
Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकियों की एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए शाहनवाज नाम के तीन लाख इनामी आतंकी समेत दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है. दरअसल दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पिछले कुछ समय से इंडियन मुजाहिदीन और ISIS की गतिविधियों पर नजर रखे हुए है, जिसके चलते कई गिरफ्तारियां भी की गई हैं. इसी कड़ी में पिछले महीने 3 आतंकियों पर NIA ने इनाम घोषित किया था. जिन पर अलग-अलग बम धमाका में शामिल होने का आरोप था.
इन तीनों आरोपियों में से एक मोहम्मद शाहनवाज है, जिसे आज दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया. शाहनवाज के दोनों साथियों के नाम मोहम्मद रिजवान अशरफ और मोहम्मद अरशद वारसी है. मोहम्मद रिजवान अशरफ पेशे से मौलाना है. पुलिस के मुताबिक मोहम्मद रिजवान अशरफ को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया. मोहम्मद अरशद वारसी को मुरादाबाद से गिरफ्तार किया गया है.
आज सुबह इन तीनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उनकी 7 दिन की पुलिस रिमांड ले ली गई है. पुलिस के मुताबिक जब इन लोगों के ठिकाने पर रेड हुई तो शाहनवाज के ठिकाने से काफी तादात में बम बनाने का सामान बरामद हुआ. जिसमें अलग-अलग तरह के केमिकल, आयरन पाइप, टाइमिंग डिवाइस और पिस्टल शामिल है. पुलिस के मुताबिक इनके पास से बम बनाने के लिटरेचर भी बरामद हुए हैं, जोकि पाकिस्तान में बैठे इनके आकाओं ने इन्हें भेजे हुए थे. यह लोग इंटरनेट के माध्यम से अलग-अलग तरीके से पाकिस्तान के संपर्क में थे. जिसके तार अमदाबाद ब्लास्ट मामले से जुड़ा हुआ है.
इन लोगों को कैसे बम बनाते हैं उसके तरीकों के बारे में बखूबी पता था. इनके पास से लिटरेचर भी बरामद किया गया है, जिसमें बम बनाने से लेकर कैसे उसे एसेबल करना है, कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों की मौत हो हर तरह की गतिविधियों के बारे में पूरी डिटेल मौजूद है. किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए इन लोगों ने जंगलों के अंदर कई तरह के बम एक्सपेरिमेट भी किए थे. हर एक्सपेरिमेट के बाद ये लोग आगे अपने आकाओं को जानकारी देते थे और फिर आगे से इनको बताया जाता था कि बम की पोटेंसी बढ़ने के लिए इनको आगे क्या करना होगा.
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इन लोगों ने वेस्टर्न इंडिया, साउदर्न इंडिया समेत देश के कई इलाकों में रेकी भी की थी. वेस्टर्न इलाकों में इन लोगों अपना ठिकाना बनाने की कोशिश की. इन लोगों ने वाइल्ड लाइफ एरिया में कैंप बनाकर कई दिन भी बिताए. पाकिस्तान में बैठे उनके आका इन्हें टास्क देते थे कि किस स्टेज पर क्या किया जाएगा. गुजरात, अहमदाबाद के इलाकों में इन लोगों काफी रेकी की. इन लोगों को हिदायत दी गई थी कि यह किसी भी वारदात को इस तरह से अंजाम दें कि उसका आरोप बॉर्डर पार बैठे इनके आकाओं पर ना आए, लेकिन समय पर इसकी गिरफ्तारी होने से उनकी सारी प्लानिंग धरी की धरी रह गई.
पुलिस के मुताबिक अभी शाहनवाज का एक और साथी मोहम्मद रिजवान फरार चल रहा है, जिसको जल्द ही गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है.
1. मोहम्मद शाहनवाज विश्वेश्वरैया इंटीट्यूड ऑफ टेक्नोलॉजी से माइनिंग इंजीनियर है जोकि बम बनाने में काफी एक्सपर्ट है. ये हजारी बाग झारखंड का रहने वाला है. शहनवाज की पत्नी पहले हिन्दू थी, जिसको कन्वर्ट कर पहले मुस्लिम बनाया गया और रेडिक्लाइज किया और भी ऑपरेशन मेँ शामिल थी. जिसकी तलाश जारी है.
2. मोहम्मद अरशद वारसी जो कि अरशद वारसी झारखंड का निवासी है और AMU से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की.
3. मोहम्मद रिजवान अशरफ यूपी के आजमगढ़ का निवासी. गाजियाबाद से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियर की और बच्चों को तालीम भी देता है. ये सऊदी अरेबिया में पैदा हुआ था.
जुलाई के महीने में जब पुणे पुलिस ने कार्रवाई की थी तो शाहनवाज भाग गया था. दरअसल शाहनवाज, इमरान और युसूफ उसे टाइम गाड़ी चोरी कर रहे थे उसे समय इमरान और युसूफ जिनपर चितौड़ ब्लास्ट केस में 5-5 लाख का इमान था. उन्हें पुणे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, लेकिन शाहनवाज वहा से भाग गया था. किसी भी चीज को बेचकर आतंक के काम में लगाने को ये लोग 'माले ए गनीमत' बोलते हैं.