Jama Masjid Survey: यूपी के संभल में मस्जिद के सर्वे पर उपजा विवाद अभी थमा नहीं है. इस बीच एक और मस्जिद के सर्वे की मांग उठ खड़ी हुई है. हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने अब भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) से दिल्ली की जामा मस्जिद का सर्वे करने की मांग की है. मंगलवार को उन्होंने ASI के महानिदेशक को इस बाबत एक पत्र लिखा. उन्होंने इस पत्र में यह उल्लेख किया है कि औरंगजेब ने जोधपुर और उदयपुर के सैकड़ों मंदिरों को तोड़कर उनके अवशेषों को जामा मस्जिद की सीढ़ियों में दफ़न करवा दिया था. 


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सीढ़ियों में दफन हैं मंदिरों के अवशेष




ASI के महानिदेशक को लिखे पत्र में हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लिखा-दिल्ली की जामा मस्जिद। का निर्माण जोधपुर और उदयपुर के सैकड़ों मंदिरों को ध्वस्त करने के बाद किया गया था और मुगल आक्रमणकारी औरंगजेब ने हिंदुओं को अपमानित करने के लिए जामा मस्जिद की सीढ़ियों में देवताओं की मूर्तियां और मंदिरों के अवशेषों का उपयोग करवाया था. यह स्थापित कानून और मान्यता है कि देवता या मंदिर की मूर्ति के विध्वंस के बाद भी उसका धार्मिक महत्व बरकरार रहता है. उक्त मस्जिद पहले से ही एएसआई के नियंत्रण में है और एएसआई को वास्तविकता का पता लगाने के लिए ऐसे स्थलों का सर्वेक्षण करने का पर्याप्त काम सौंपा गया है.


मूर्तियों को मंदिरों में स्थापित करने की मांग 
विष्णु गुप्ता ने लिखा कि इस तथ्य को व्यक्त करने वाला एक विशाल इतिहास उपलब्ध है. एएसआई सर्वेक्षण करने और वास्तविकता का पता लगाने का हकदार है न कि उसे गलत तरीके से पेश करने का. चूंकि जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे सैकड़ों मंदिरों और मूर्तियों के अवशेष दबे हुए हैं, यह स्पष्ट रूप से मेरी धार्मिक भावनाओं और पूजा करने के अधिकार को नुकसान पहुंचा रहा है. उन्होंने देवी-देवताओं की मूर्तियों को संरक्षित करने के लिए एएसआई से जामा मस्जिद का सर्वे करने का अनुरोध किया, ताकि उन्हें मंदिर में स्थापित किया जा सके और औरंगजेब की सच्चाई सामने आ सके. 


अजमेर की दरगाह में मंदिर का दावा


हिंदू सेना ने अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में संकट मोचन महादेव मंदिर होने का दावा करते हुए याचिका दायर की है. अजमेर सिविल कोर्ट ने इस याचिका को स्वीकार कर लिया है और इसे सुनने योग्य माना है. अदालत ने अल्पसंख्यक मंत्रालय दरगाह कमेटी अजमेर और ASI को नोटिस भेजा. वहीं अब इस मामले में अगली सुनवाई 20 दिसंबर को होगी. याचिका में रिटायर्ड जज हरबिलास सारदा की 1911 में लिखी किताब का हवाला दिया गया है, जिसमें दरगाह के निर्माण में मंदिर का मलबा होने का दावा किया गया है.


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कौन हैं विष्णु गुप्ता 
हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता का जन्म उत्तर प्रदेश के एटा में हुआ था. उन्होंने अपनी युवा अवस्था में ही उग्र हिंदू राष्ट्रवाद में रुचि दिखाई. कॉलेज के दिनों में शिवसेना की युवा शाखा में शामिल होने के बाद, 2008 में उन्होंने बजरंग दल जॉइन किया. 2011 में, गुप्ता ने हिंदू सेना की स्थापना की, जो कई विवादों में शामिल रही है.