Delhi News: आखिरकार देश में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ जेएनयु में भी चार साल बाद छात्र संघ चुनावों के घोषणा के बाद अलग-अलग संगठनों ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए. एबीवीपी (ABVP) ने जहां अलग-अलग पोस्ट के लिए चारों उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए. वहीं लेफ्ट संगठनों ने भी चार अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए है. वहीं 42 सीट काउंसलर के लिए होता है. उसके भी नाम दोनों संगठनों ने नाम घोषित कर दिए हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जहां ABVP ने अध्यक्ष पद के लिए उमेश चंद्र अजमीरा जो जेएनयु से शोधार्थी स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के छात्र है तो उपाध्यक्ष पद के लिए दीपिका शर्मा जो शोधार्थी स्कूल ऑफ एनवायरमेंटल सेंटर की छात्रा हैं. सचिव पद के लिए अर्जुन आनंद शोधार्थी स्पेशल सेंटर फॉर नॉर्थ ईस्ट स्टडीज के छात्र हैं. सह सचिव पद के लिए गोविंद डांगी जो शोधार्थी स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के छात्र हैं.


ये भी पढ़ेंः Delhi Weather: दिल्लीवालो! गर्मी के लिए हो जाए तैयार, अगले हफ्ते से बरसेगी आग, सुबह-शाम की ठंड होगी खत्म


इन सभी उम्मीदवारों से हमने बात की तो उन्होंने बताया कि इस बार जेएनयु बदलाव के मूड में है और इस बार जेएनयु छात्र संघ चुनाव मे चारो सीटों पर एबिवीपी के छात्र जीतेंगे, क्योंकि इसके पहले अभी तक जेएनयु छात्र संघ पर लेफ्ट संगठनों का कब्जा रहा है और इन संगठनों ने कैंपस में कोई काम नहीं कराया है. केवल ये लोग कैंपस का माहौल खराब करने का काम किया है, जिससे देश में कैंपस की बदनामी हुई है.


वहीं, उपाध्यक्ष पद की उम्मीदवार दीपिका शर्मा ने कैंपस में महिलाओं के सुरक्षा पर सवाल उठाये उन्होंने आरोप लगाया कि लेफ्ट संगठन के कई नेताओं पर महिलाओं के साथ शोषण के आरोप लगे हैं. वो लोग इस बार केवल छात्र हित की बातों को लेकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे. जेएनयु छात्रसंघ पर अभीतक लेफ्ट संगठनों का कब्जा रहा है, लेकिन बीते दिनों में ABVP काफी मजबूती से हर मौके पर इनका सामना किया है. यही कारण है कि सभी लेफ्ट संगठन एक साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे हैं और ABVP अकेले चुनाव लड़ रही है. अब कौन किस पर भारी पड़ेगा. इसका फैसला 24 मार्च को नतीजे आने के बाद पता चलेगा.


(इनपुटः मुकेश सिंह)