Kaithal News: स्कूल में अगर छोटे बच्चों की लर्निंग प्रोसेस को प्रभावी बनाया जाए तो कहीं न कहीं बच्चों के बेसिक ज्ञान को मजबूत किया जा सकता है. इसी दिशा में हरियाणा सरकार के दिशा-निर्देश पर शिक्षा विभाग लगातार प्रयासरत रहता है. इसके लिए तरह-तरह के डिजिटल व प्रैक्टिकल माध्यमों के सहारे बच्चों की लर्निंग प्रोसेस को प्रभावी रूप देकर उनकी दिमागी शक्ति को मजबूत किया जाता है. ताकि उन्हें जो पढ़ाया जाए वो उनके दिमाग में अच्छे से बैठा जाए.


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छोटे बच्चे का दिमाग काज की तरह कोरा होता है और उसको शुरू में हम जो भी सीखाते हैं वो उसके दिमाग में चित्र की तरह छाप जाता है. इसलिए प्राइमरी शिक्षा को प्रभारी बनाने के लिए सरकार व शिक्षा विभाग समय समय पर अध्यापकों की ट्रेंनिग व उनके लिए प्रतियोगिताए करवाते रहते हैं, जिससे कि छोटे बच्चों के दिमागी विकास के लिए नए-नए लर्निंग मैथड पैदा किए जा सके. ऐसी में हम ये याद कर सकते हैं कि जब पढ़ेगा इंडिया तभी तो आगे बढ़ेगा इंडिया.


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इसी को देखते हुए आज गांव भाणा के प्राइमरी स्कूल में TLM (टीचिंग लर्निंग मटीरियल) की एक जिला स्तरीय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमे विभिन स्कूलों से अध्यापक शिक्षा के स्तर को प्रभावी बनाने के नए-नए TLM के मॉडल लेकर पहुंचे.  उन मॉडल के माध्यम से ये समझाया गया कि छोटे बच्चों के लिए शिक्षा को किस प्रकार से प्रभावी बनाया जाए. इन मॉडल्स के माध्यम से छोटे बच्चों को इस तरीके से शिक्षा दी जाएगी कि उनके दिमाग में शिक्षा का सरलीकरण करके उसे सटीक तरीके से चित्रण किया जा सके. 


इस तरह के जो तरीके हैं वो सबसे ज्यादा प्रभावी होते हैं. इस प्रतियोगिता में स्कूल टीचर्स के मॉडल्स की पोजीशन भी निकाली जाए ताकि सबसे अच्छे व प्रभावी मॉडल्स को शिक्षा के सरलीकरण के लिए इस्तेमाल किया जा सके. इस जिला स्तरीय प्रदर्शनी के आयोजन में गांव भाणा के प्राइमरी स्कूल के स्टाफ का आयोजन में वशेष योगदान रहा. कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद रहे, जिनमें जिला शिक्षा अधिकारी रविंद्र कुमार और सभी खंडो के ब्लॉक शिक्षा धिकारी पहुंचे थे.  


Input: Vipin Sharma