नई दिल्ली : राजधानी के कंझावला इलाके में कार से स्कूटी सवार युवती को 13 किलोमीटर तक घसीटने और नग्न हालत में शव मिलने के मामले में राजनीति तेज हो गई है. दिल्ली में कई मुद्दों पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना और आम आदमी पार्टी सरकार में तनातनी और एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप किसी से छुपे नहीं हैं. ऐसे में एक बार फिर कंझावला केस को लेकर बीजेपी और अरविंद केजरीवाल सरकार में जुबानी हमले तेज हो गए हैं. 


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सीएम केजरीवाल ने ट्वीट किया है- कंझावला में हमारी बहन के साथ जो हुआ, वो बेहद शर्मनाक है. मैं उम्मीद करता हूँ कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. वहीं आप विधायक दुर्गेश पाठक ने एलजी वीके सक्सेना पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट किया-देश की राजधानी क्राइम सिटी बन चुकी है. दिल्ली में हमारी बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं है और LG साहब कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी छोड़कर राजनीति कर रहे हैं.


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उन्होंने दिल्ली की कानून व्यवस्था के खिलाफ LG हाउस का घेराव करने की बात कही. इसके बाद आम आदमी पार्टी द्वारा किए जाने वाले प्रोटेस्ट को मद्देनजर रखते हुए एलजी आवास के आसपास के  सभी मार्गों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. भारी संख्या में दिल्ली पुलिस के जवानों व अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है, ताकि प्रदर्शनकारी एलजी आवाज तक न पहुंच सके. आप नेता सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि आरोपी 12 km गाड़ी में लाश फंसाकर चलते रहे और पुलिस कह रही है कि तेज Music की वजह से पता नहीं चला. Delhi Police के DCP Harendra Singh आरोपियों का बयान अपना Version बनाकर सामने रख रहे हैं.


पुलिस की लीपापोती का नंगा उदाहरण है, इससे घटिया काम कोई पुलिसवाला कर नहीं सकता. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने  304A (लापरवाही के कारण मौत) का मुक़दमा दर्ज किया जो कमजोर धारा है, जिसमें जमानत Police Station में ही मिल जाती है. डीसीपी हरेंद्र सिंह कहता है कि आरोपियों ने शराब पी है या नहीं, ये Medical से तय होगा, लेकिन लड़की का रेप नहीं हुआ, इसकी पुष्टि करते हैं.


इधर बीजेपी इस मामले में आम आदमी पार्टी के रवैये पर भड़क गई है. बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुराना का कहना है कि AAP इस मामले में राजनीति कर रही है. उन्होंने सौरभ भारद्वाज की भाषा को सड़क छाप बताया. आम आदमी पार्टी द्वारा इस मामले में एलजी वीके सक्सेना की बर्खास्तगी की मांग पर खुराना ने पंजाब सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि LG की बर्खास्तगी से पहले पंजाब सरकार पर कार्रवाई होनी चाहिए. 


फांसी की सजा देने की मांग


वहीं कंझावला केस में बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है. साथ ही आम आदमी पार्टी पर भी पलटवार करते हुए उनकी मांग को राजनीतिक करार दिया. इधर कांग्रेस ने कंझावला केस की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है. दिल्ली कांग्रेस मीडिया इंचार्ज अनिल भारद्वाज ने कहा कि एक संजीदा मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए.