Karnal News: धान खरीद को लेकर किसान को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मंडियों में धान की खरीद नहीं हो रही है, साथ ही रात हुई बारिश से भी किसानों नुकसान हो रहा है. सरकार का जो 2310 रुपए है, मगर किसानों को 2000 से 1900 रुपये मिल रहा है.


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करनाल की मंडिया में धान की खरीद न होने से किसान परेशान हैं. किसानों का कहना है कि सरकारी खरीद हो नहीं रही है. प्राइवेट मिलर 200 से 300 रुपये कम रेट में खरीद रहे हैं, जिससे हमें नुकसान हो रहा है और यह सारा का सारा खेल मिलर आढ़ती संगठन और अधिकारियों की मिली भगत से हो रहा है. वहीं निसिंग के मार्केट कमेटी के सचिव ने बताया कि हमारी मंडी में खरीद हो रही है ,जो सरकार के नॉर्म के हिसाब से खरीद की जा रही है. अगर किसानों ने कोई आरोप लगाए हैं और वह हमें शिकायत देंगे तो हम उसे पर तुरंत कार्रवाई करेंगे.


किसानों का कहना है कि जब भी उनकी कोई भी फसल आती है तो व्यापारी हमेशा ही ऐसा करते है. उससे पहले ही अपनी मांगों को लेकर ऐसा रवैया बना लेते हैं. खरीद करते नहीं जिसे लेकर हमें काफी परेशान हो रहे हैं.


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हरियाणा सरकार ने धान की खरीद 27 सितंबर से शुरू करने का दावा किया था, लेकिन धरातल पर आज भी सरकारी खरीद शुरू नहीं हुई. अधिकारी नमी का बहाना बनाकर खरीद नहीं कर रहे. इसको लेकर किसान कम रेट पर अपनी धान बेचने को मजबूर हो रहे हैं.


करनाल की निसिंग मंडी के सचिव गौरव आर्य ने बताया कि हमारी मंडी में एजेंसी या खरीद कर रही हैं और जो सरकार के नॉर्म के हिसाब से खरीद की जा रही है. वहीं हमने लेटर जारी किया है कि कोई भी सरकारी रेट से कम धान खरीदेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मगर धरातल पर किसान कह रहे हैं कि कोई भी किसी तरह की खरीद नहीं हो रही. प्राइवेट मिलर और अधिकारियों की मिली भगत से किसानों को लूटा जा रहा है हमेशा ही ऐसा होता रहा है. 


INPUT: कमरजीत सिंह


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