Karnal Flood: आप नेता अनुराग ढांडा ने बाढ़ ग्रस्त इंद्री हलके का किया दौरा, सरकार से मुआवजा देने की उठाई मांग
Haryana Flood Update: आम आदमी पार्टी हरियाणा के सीनियर वाईस प्रजिडैंट अनुराग ढ़ांड़ा ने इन्द्री हल्के के बाढ़ ग्रस्त गांवों का दौरा किया. जहां लोगों को मदद करने का आश्वासन दिया.
Karnal Flood News: आम आदमी पार्टी हरियाणा के सीनियर वाईस प्रजिडैंट अनुराग ढांडा ने आज करनाल के इंद्री हल्के के बाढ़ ग्रस्त गांवों का दौरा किया. इस मौके पर उनके साथ पार्टी के कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे. बाढ़ प्रभावित गांव ब्याना में ट्रैक्टर के माध्यम से पहुंचे अनुराग ढ़ांड़ा बाढ़ पीड़ितों से बातचीत करके उनकी पीड़ा को सुना और ग्रामीणों का आश्वाशन दिया. उन्होंने कहा कि पार्टी का हर कार्यकर्ता उनके बीच में रहकर हर प्रकार की मदद के लिए हर समय तैयार है .
अनुराग ढांडा ने प्रदेश की भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार प्रदेश में आई बाढ़ पर काबू पाने में पूरी तरह से नाकामयाब साबित हुई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी बाढ़ प्रभावित लोगों के संपर्क में नहीं है ओर इस बात को लेकर लोगों में रोष का माहौल है. सरकार को तुरंत अपने मंत्रियों, विधायकों व प्रशासनिक अधिकारियों को गांवों में भेजकर लोगों की सहायता करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आपदा प्रंबधन के लिए सरकार के पास हजारों करोड़ रुपयों का फंड़ होता है. अगर मानसून आने से पहले ही यमुना के निकटवर्ती तटबंधों की मुरम्मत की गई होती तो यह बाढ़ कभी ना आती. सरकार सो रही थी.
उन्होंने कहा कि पानी के एकदम से आने से सरकार सोते-सोते पकड़ी गई है ओर पानी खेतों व घरों में घुस गया. उन्होंने कहा कि बाढ़ के पानी से सड़के पूरी तरह से टूट चूकी हैं. आने-जाने में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सहायता राशि लोगों तक पंहुच नहीं रही है. आम आदमी पार्टी शुरू से ही मांग कर रही है कि सरकार को जल्दी ही पीड़ित किसानों व आमजन के लिए मुआवजे की घोषणा करनी चाहिए.
मंत्री अनुराग ढांडा ने कहा कि किसान कर्ज उठाकर अपनी फसलों को लगाता है ऐसे में सरकार को पानी से बर्बाद हुई फसलों की गिरदावरी करवाकर व क्षतिग्रस्त मकानों की जांच करवाकर तुरंत मुआवजा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि यमुना में बाढ़ आने का मुख्य कारण अत्यधिक मात्रा में खनन का होना है जोकि अवैध है. यमुना नदी में जरूरत से ज्यादा खनन हो रहा है जिस कारण बारिश का पानी निकालने वाले ड्रेन बंद हो रहे है. पानी ड्रेन में से ना होकर लोगों के खेतों में होकर जा रहा है. यह प्राकृतिक आपदा नहीं बल्कि कृत्रिम आपदा बन गई है.
आप नेता ढांडा ने कहा कि सरकार की नाकामयाबी की वजह से यह आपदा आई है. अगर बरसाती नाले व ड्रेन ठीक हालत में होते तो यह बाढ़ न आती. इस आपदा से बचाव करवाने में सरकार पूरी तरह से नाकामयाब रही है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में पानी की यहीं स्थिति है. यमुना नदी का जलस्तर 208 फुट से ऊपर चल रहा है. ऐसे में दिल्ली सरकार ने आपदा प्रबंधन के इंतजाम पानी आने से पहले ही पूरे कर लिए है. लोगों को सचेत कर दिया गया है ओर मुख्यमंत्री खुद इस आपदा प्रबंधन को देख रहे है.
INPUT: KAMARJEET SINGH