जहरीली शराब से मौत पर जताया दुख, पीड़ितों से मिलने गुजरात पहुंचे केजरीवाल
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1274420

जहरीली शराब से मौत पर जताया दुख, पीड़ितों से मिलने गुजरात पहुंचे केजरीवाल

गुजरात में रविवार को जहरीली शराब पीने से अब तक 23 लोगों की जान जा चुकी है. इस मामले में केजरीवाल ने बीजेपी सरकार पर करारा हमला बोला है. वह पीड़ितों से मिलने गुजरात पहुंच चुके हैं.

दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल (File Photo)

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी संयोजक केजरीवाल ने गुजरात में जहरीली शराब के सेवन से 23 लोगों की मौत पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि बहुत ही दुःख की बात है कि गुजरात में जहरीली शराब के कारण 23 से अधिक लोगों की मौत हुई है और 40 से ज्यादा लोग अस्पताल में हैं. सभी मृतकों को मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और इस दु:ख की घड़ी में पीड़ितों को मेरी संवेदना व्यक्त करने आज भावनगर अस्पताल जा रहा हूं.

दरअसल, रविवार रात को बोटाद में जहरीली शराब पीने से करीब 4 दर्जन लोगों की हालत खराब हो गई थी. सोमवार सुबह सभी को पेट दर्द और उल्टियां होने की शिकायत होने लगी. उनके परिजनों उन्हें अस्पताल पहुंचाया. जहां दो लोगों की अस्पताल पहुंचते ही मौत हो गई थी. इसके बाद इलाज के दौरान सोमवार रात तक 10 लोगों दम तोड़ दिया. अब तक कुल 23 लोगों की मौत हो चुकी है. 40 से ज्यादा लोग गंभीर बताए जा रहे हैं. 

गुजरात सरकार ने जांच के लिए SIT
घटना के बाद बोटाद जिले के प्रभारी मंत्री वीनू मरोदिया दुख जताया है. उन्होंने कहा कि शराब की यह घटना दुखद है. इसकी एसआईटी जांच होगी. मामले में भावनगर रेंज आईजी अशोक यादव ने इस घटना की जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया है. पुलिस उपाधीक्षक इसका नेतृत्व करेंगे. 

फैक्ट्री में सप्लाई होती थी मेथनॉल
इस खबर के बाद पुलिस ने गांव में देसी शराब बनाने वाले आरोपियों को अरेस्ट किया है. बोटाद नबुई चौकड़ी के पास एक मकान में अवैध देसी शराब का धंधा चलता था. मुख्य आरोपी पुलिस को बताया कि शराब फैक्ट्री में मेथनॉल की आपूर्ति की जा रही थी. ये केमिकल अहमदाबाद से सीधे सप्लाई किया जाता था. वहीं घटना को लेकर जिले के प्रभारी मंत्री वीनू मोरदिया ने कहा कि दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

कब से लागू है शराबबंदी और क्या है सजा?
बता दें कि, गुजरात में 1960 से ही शराबबंदी लागू है. 2017 में गुजरात सरकार ने शराबबंदी से जुड़े कानून को और कठोर कर दिया था. इस कानून के तहत अगर कोई व्यक्ति अवैध तरीके से शराब को बेचता है तो उसको 10 साल की सजा और पांच लाख रुपये जुर्माना भरना पड़ा सकता है.

हिमाचल में कैसे दूर होगी बेरोजगारी, केजरीवाल बोले-इसका फार्मूला मेरे पास

क्या बोले केजरीवाल?
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. वह भी गुजरात दौरे पर हैं. उन्होंने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया है कि गुजरात में शराबबंदी होने के बावजूद ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं. शराबबंदी होने के बावजूद सब लोग जानते हैं कि राज्य में अवैध रूप से यह बिकती है, लेकिन सवाल यह है कि किन लोगों के संरक्षण में अवैध शराब का कारोबार बेधड़क चलता है. केजरीवाल पीड़ितों से मिलने अस्पताल जाने वाले हैं.

Watch Live TV