Home Guard Department: उत्तर प्रदेश के होमगार्ड विभाग में लगभग 44 हजार पद खाली हैं. यह एक गंभीर स्थिति है जो विभाग की कार्यक्षमता को प्रभावित कर रही है. ऐसे में, विभाग अब भर्ती प्रक्रिया को लेकर गंभीर हो गया है. इसके तहत, होमगार्ड विभाग एक केंद्रीय भर्ती बोर्ड बनाने की योजना बना रहा है, जिसका मुख्यालय लखनऊ में होगा. इस भर्ती बोर्ड के माध्यम से नए सिरे से नियमावली बनाई जाएगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भर्ती प्रक्रिया की नई दिशा
विभाग ने भर्ती बोर्ड के मसौदे पर काम करना शुरू कर दिया है. यह प्रक्रिया फरवरी में पेश होने वाले बजट सत्र से पहले पूरी की जाएगी. उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड के तर्ज पर होमगार्ड भर्ती बोर्ड का गठन किया जाएगा. इस प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए नए नियमों का निर्माण किया जा रहा है.


मंत्री का बयान
मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि विभाग में लंबे समय से कोई भर्ती नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि इस विभाग में भी पारदर्शी तरीके से भर्ती प्रक्रिया को अंजाम दिया जाए. इसके लिए नए सिरे से नियमावली बनाई जा रही है. मंत्री ने यह भी कहा कि होमगार्ड विभाग के लिए अपना भर्ती बोर्ड बनाने पर विचार किया जा रहा है.


ये भी पढ़ेंFarmer Protest: किसान मार्च से पहले बढ़ाई गई अंबाला-दिल्ली सीमा पर सुरक्षा


मुख्यमंत्री का अंतिम निर्णय
प्रजापति ने यह स्पष्ट किया कि इस संबंध में अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री को लेना है. मुख्यमंत्री से हरी झंडी मिलते ही भर्ती प्रक्रिया को तेजी के साथ आगे बढ़ाया जाएगा. इस प्रक्रिया की गति को देखते हुए, जानकारों का मानना है कि भर्ती प्रक्रिया मार्च तक शुरू होने की संभावना है.


भर्ती प्रक्रिया के चरण
भर्ती प्रक्रिया को दो चरणों में पूरा करने की योजना है. पहले चरण की प्रक्रिया में 6 से 8 महीने का समय लग सकता है. होमगार्ड के मूल्यांकन के लिए पहले के नियमों में संशोधन किया जा रहा है. दौड़ की समय-सीमा का निर्धारण भी फिर से किया जाएगा.


सुप्रीम कोर्ट का आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में एक महत्वपूर्ण आदेश पारित किया था, जिसके अनुसार होमगार्ड को पुलिस विभाग में सिपाही के न्यूनतम वेतन के अनुसार दैनिक भत्ता दिया जाना चाहिए. इसके बाद से होमगार्ड को 918 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से दैनिक मजदूरी भत्ता दिया जाने लगा है. यदि कोई होमगार्ड पूरे महीने ड्यूटी करता है, तो उसे लगभग 27 हजार 540 रुपए मिलते हैं.


होमगार्ड बनने की योग्यता
उत्तर प्रदेश में होमगार्ड बनने के लिए हाईस्कूल पास की योग्यता जरूरी है. यदि कोई अभ्यर्थी इससे अधिक शिक्षित है, तो उसे 2 से 5 अतिरिक्त अंक दिए जाते हैं. यह नियमावली होमगार्ड बनने की प्रक्रिया को और सरल बनाती है.


2011 में हुई थी भर्ती प्रक्रिया
उत्तर प्रदेश में होमगार्ड की आखिरी भर्ती 2011 में मायावती के शासनकाल में हुई थी. वहीं यह भर्ती जिला स्तर पर हुई थी. इसके बाद से होमगार्ड विभाग में कोई बड़ी भर्ती नहीं हुई है. भाजपा सरकार में 2018 में भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते इसे निरस्त कर दिया गया था. इस मामले में तत्कालीन जिला कमांडेंट को सस्पेंड भी किया गया था. उसके बाद से होमगार्ड में कोई भर्ती नहीं हुई.


आपको बता दें कि होमगार्ड बनने के लिए न्यूनतम आयु 18 साल और अधिकतम आयु 45 साल निर्धारित की गई है. वहीं अभी तक होमगार्ड बनने के लिए किसी भी तरह की कोई लिखित परीक्षा का प्रावधान नहीं है. वहीं होमगार्ड बनने के लिए शैक्षिक योग्यता के आधार पर अंक निर्धारित किए जाते हैं. वहीं नई नियमावली में इसमें बदलाव किए जानें की संभावना है.