वर्तमान में शनि देव अपनी मूल त्रिकोण राशि में विराजमान हैं और 15 नवंबर 2024 को मार्गी हो जाएंगे. यह स्थिति अगले साल 29 मार्च 2025 तक बनी रहेगी.
कुंभ राशि के जातकों के लिए शनि का मार्गी होना मिले-जुले फल लेकर आएगा. जिन पर शनि की साढ़े साती चल रही है, उन्हें संकट का सामना करना पड़ सकता है. आर्थिक तंगी और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं. हालांकि, 29 मार्च 2025 के बाद जब शनि मीन राशि में जाएंगे, तब साढ़ेसाती का प्रभाव कम होना शुरू हो जाएगा और काम में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाएगी.
मकर राशि के लोगों के लिए शनि का मार्गी होना शुभ संकेत नहीं है. उन्हें अनियोजित खर्चों का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि, इस दौरान आमदनी के नए स्रोत भी खुलेंगे, जिससे जीवन यापन में मदद मिलेगी. बच्चों की पढ़ाई से संबंधित परेशानियां भी सामने आ सकती हैं. इस प्रभाव को कम करने के लिए हर शनिवार को शनि देव की पूजा करना फायदेमंद हो सकता है.
कर्क राशि के लोगों पर मार्च 2025 तक शनि की ढैय्या का प्रभाव बना रहेगा. इसके चलते, उनके बनते हुए काम अधर में लटक सकते हैं. परिवार में भाई-बहनों के साथ संबंध खराब हो सकते हैं. नौकरी और कारोबार में मनचाहा फल नहीं मिलने की संभावना है. कार्यस्थल पर सहयोगियों के साथ विवाद उत्पन्न हो सकते हैं, और जीवनसाथी के साथ कलह से मानसिक तनाव बढ़ सकता है. आर्थिक तंगी भी परेशान करेगी.