मुकेश सिंह/ नई दिल्ली: दिल्ली के जंगल में नया मेहमान आया है. जी हां असोला भाटी माइंस सेंचुरी (Asola Bhati Mines Sanctuary) में लेपर्ड के दो शावकों (Leopard Babies) को देखा गया है. जो लगभग 1 महीने के है. इस खबर के मिलने के बाद वन विभाग (Forest Department) ने इस पर खुशी जाहिर की और कहा कि इससे साफ पता लगता है कि दिल्ली का जंगल जानवरों के लिए कितना फ्रेंडली है .


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सेंचुरी में जानवरों को मिल रहा अच्छा माहौल
दिल्ली के असोला भाटी माइंस सेंचुरी के जंगल में कुछ ही दिन पहले लेपर्ड (Leopards) के दो बच्चों को देखा गया है. इन बच्चों की उम्र 1 महीने से भी कम है. लेपर्ड के बच्चों को देखने के बाद वन विभाग में बेहद खुशी जाहिर की है. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लेपर्ड या और कोई जंगली जानवर उसी जगह ब्रीड करता है जहां का माहौल अच्छा होता है. यानी जानवरों के लिए सकारात्मक परिस्थिति जैसे कि उनके रहने, खाने की जहां पर दिक्कत ना हो. साउथ फॉरेस्ट डिविजन के  DCF मनदीप मित्तल ने बताया कि इस पूरी सेंचुरी के फॉरेस्ट में कई जगह कैमरे लगाया गए हैं, जिससे इस बात का अंदाजा लगाया जाता है. इस सेंचुरी में लगभग 8 लेपर्ड है और इस सूचना के बाद उनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.


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लेपर्ड की बढ़ती संख्या के हिसाब से जो उनकी आबादी बढ़ रही है इसके लिए वन विभाग कई दिनों से काम कर रहा है. जिसके अंतर्गत जंगलों की सुरक्षा, जंगलों में ह्यूमन एंट्री, जंगलों का इनकरेजमेंट और हर एक एंगल से जंगल को बचाने के लिए दिल्ली का वन विभाग (Delhi Forest Department) कार्य कर रहा है. साथ ही साथ फॉरेस्ट विभाग के अधिकारी और कर्मचारी हर वक्त जंगल के इलाके में लगातार पेट्रोलिंग करते हैं. किसी तरह की कोई अनहोनी ना हो इसके लिए वह 24 घंटे तत्पर होकर काम करते रहते हैं. 


वहीं नोएडा के रिहायशी इलाके में जानवरों के दिखा गया था और ऐसे मामले बढ़ते भी जा रहे हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए फॉरेस्ट विभाग के अधिकारी ने बताया कि अगर किसी रिहायशी इलाके में लेपर्ड दिखता है तो उससे दूरी बनाकर रखें और वन विभाग के टोल फ्री नंबर पर कॉल करके उसकी सूचना दें.