Delhi News: राजधानी दिल्ली की AAP सरकार और LG वीके सक्सेना के बीच तकरार लगातार बढ़ती जा रही है. हाल ही में LG ने केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को एक पत्र लिखा, जिसमें दिल्ली सरकार पर कई मामलों में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट को भ्रामक जानकारी देने का आरोप लगाया. वहीं अब LG ने खराब स्वास्थ्य व्यवस्था और सुविधाओं की कमी के संबंध में ने स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज को पत्र लिखा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गुरुवार को मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर अधिकारियों पर आरोप लगाया था कि स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ा फंड रोका जा रहा है. आज इस मामले में LG ने सौरभ भारद्वाज को पत्र लिखकर जवाब दिया है. उपराज्यपाल ने स्वास्थ्य मंत्री को लिखा है कि एक हफ्ते में दो बार मैंने आपसे बातकर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया, लेकिन आप बहाने बनाकर नहीं आए. इस दौरान LG ने दिल्ली में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था का मुद्दा उठाया और दिल्ली सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए. इसके साथ ही LG ने दिल्ली में श्वेत पत्र लाने की भी बात कही.


ये भी पढ़ें- Delhi News: LG ने गृह सचिव को पत्र लिखकर दिल्ली सरकार पर लगाए गंभीर आरोप, शराब नीति का भी किया जिक्र


LG ने कहा कि लोगों को अपनी चुनी हुई सरकार से उम्मीद रहती है कि विभाग के मंत्री अपने काम की जिम्मेदारी लेंगे.मैं एक बार फिर आपसे अपने नेतृत्व का प्रदर्शन करने और गंभीर कार्रवाही के लिए एक रोडमैप तैयार करने का आग्रह करूंगा.इस विषय पर एक श्वेत पत्र जारी करना चाहिए.आप मार्गदर्शन के लिए विशेषज्ञों को शामिल अगर उनकी मदद ले सकते हैं.


बहुचर्चित दिल्ली मॉडल वेंटिलेटर पर
इस दौरान LG ने कहा कि ये वास्तव में चौंकाने वाला है कि बहुप्रचारित स्वास्थ्य व्यवस्था वाला 'दिल्ली मॉडल' बुरी स्थिति में है और लगता है कि दिल्ली मॉडल स्वयं वेंटिलेटर पर है. मुझे डर है कि आपने अपने ही मुख्यमंत्री और विभाग के अपने बहुप्रचारित स्वास्थ्य मॉडल के दावों को खारिज कर दिया है. इस दौरान LG ने दिल्ली में नए अस्पताल न बनने का मुद्दा भी उठाया है. पत्र में लिखा है कि मैंने पिछले साल जून में ही मुख्यमंत्री को लिखा था कि सिरसपुर में केवल एक नए अस्पताल के निर्माण के अलावा (जिसमें बहुत अधिक समय और लागत लगी) पिछले 9 साल के दौरान कोई नया अस्पताल नहीं बना.


क्या है श्वेत पत्र
श्वेत पत्र सरकार की नीतियों, उपलब्धियों और मुद्दों पर प्रकाश डालता है. आमतौर पर सरकार किसी भी मुद्दे पर बात करने, सुझाव देने या निष्कर्ष निकालने के लिए श्वेत पत्र लाती है.यह काम करने के तरीके को बेहतर बनाने का सुझाव देता है.