Bajrang Punia: बजरंग पूनिया छोड़ेंगे पहलवानी? राजनीति में आने के सवाल पर रेसलर ने दिया ये जवाब
Wrestlers Protest: राजनीति करने के आरोपों पर बजरंग पूनिया का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि फिलहाल मैं किसी राजनीतिक पारी के बारे में नहीं सोच रहा हूं. जो हम पर राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं, हमें जंतर-मंतर पर बैठने का शौक नहीं है. हमें न्याय दिलवा दीजिए हम वापस चले जाएंगे.
Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख और BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों का धरना लगातार जारी है. पहलवानों को अपना समर्थन देने आज हरियाणा कांग्रेस के विधायक और पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी जतंर मंतर पहुंचे. एक ओर जहां रेसलर्स को राजनीतिक दलों का साथ मिल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ उन पर राजनीति करने के आरोप भी लग रहे हैं. इस बीच बजरंग पूनिया का बड़ा बयान सामने आया है.
आज हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा आज पहलवानों को अपना समर्थन देने के लिए जतंर-मंतर पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए राजनीति करने के आरोपों पर बजरंग पूनिया का बड़ा बयान सामने आया है.
बजरंग पूनिया ने कहा कि फिलहाल मैं किसी राजनीतिक पारी के बारे में नहीं सोच रहा हूं. जो हम पर राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं हमें जंतर-मंतर पर बैठने का शौक नहीं है. हमें न्याय दिलवा दीजिए, हम वापस चले जाएंगे. हमें 2024 के खेलों की तैयारी करनी है. हमारे यहां जो भी समर्थन करने आ रहा है वह बिना पार्टी के डंडे और झंडे के आ रहा है, यहां से कोई वोट अपील नहीं हो रही है.
जांच को लेकर बोले बजरंग पूनिया
धरने पर राजनीति के साथ ही बजरंग पूनिया ने रेसलर्स के आरोपों के मामले में हो रही जांच पर भी सवाल उठाए हैं. बजरंग ने कहा कि अब तक की जांच से हम संतुष्ट नहीं हैं, जांच बहुत धीमी चल रही है.
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23 अप्रैल से धरने पर पहलवान
बृजभूषण शरण सिंह पर FIR और गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवान 23 अप्रैल से धरने पर हैं. SC के दखल के बाद पॉक्सो एक्ट और यौन शोषण के मामले में बृजभूषण पर FIR तो दर्ज हो गई है, लेकिन अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई. बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवान लगातार 21 दिनों से दिल्ली के जतंर-मंतर पर डटे हुए हैं.
खाप पंचायतों का अल्टीमेटम
पहलवानों के समर्थन में 7 मई को जतंर-मंतर पर महापंचायत का आयोजन भी किया गया, जिसमें हरियाणा, यूपी और राजस्थान सहित देशभर के खाप प्रतिनिधि शामिल हुए.लगभग 5 घंटे तक चली इस महापंचायत में सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है. अगर 15 दिन में बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती है तो 21 मई को फिर महापंचायत का आयोजन किया जाएगा, जिसमें कई बड़े निर्णय लिए जा सकते हैं.