Center Ordinances: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार को लखनऊ जाकर समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात कर सकते हैं और राष्ट्रीय राजधानी में प्रशासनिक सेवाओं के नियंत्रण पर केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ उनका समर्थन मांग सकते हैं. सपा सूत्रों ने घटनाक्रम की पुष्टि की है, लेकिन कहा कि बैठक का समय अभी तय नहीं हुआ है. केजरीवाल के साथ आप सांसद और प्रदेश प्रभारी संजय सिंह भी हिस्सा लेंगे.


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तीनों के बैठक के बाद एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने की भी उम्मीद है. केजरीवाल अब तक विभिन्न गैर-बीजेपी नेतृत्व वाले राज्यों के अपने समकक्षों और विपक्षी दलों के नेताओं से मिल चुके हैं, ताकि केंद्र के उस अध्यादेश के खिलाफ समर्थन हासिल किया जा सके, जिसने सेवाओं को दिल्ली सरकार के दायरे से बाहर कर उपराज्यपाल को सौंप दिया है. यह कदम सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली सरकार के पक्ष में फैसला सुनाए जाने के कुछ दिनों बाद आया है.


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अध्यादेश को अब संसद में रखा जाएगा, जहां लोकसभा और राज्यसभा में एनडीए के बहुमत को देखते हुए इसे पारित किया जाना तय है. AAP को समर्थन देने वाले नेताओं में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, राकांपा प्रमुख शरद पवार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हैं.


अध्यादेश के मुद्दे पर स्टालिन समर्थन मांग चुके हैं केजरीवाल


आपको बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बीते गुरुवार को चेन्नई में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन से मुलाकात की. केजरीवाल ने स्टालिन से दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर प्रदेश की सरकार का नियंत्रण खत्म करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगा है. इस दौरान AAP के सांसद राघव चड्ढा, द्रमुक संसदीय दल के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री टी. आर. बालू भी मौजूद थे. इस दौरान केजरीवाल ने केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन को लेकर कांग्रेस को तीसरा संदेशा भेजा है, जिस पर राहुल गांधी के बयान भी सामने आया था.


(इनपुटः IANS)