Delhi Ordinance: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन से दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर प्रदेश की सरकार का नियंत्रण खत्म करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगा है. इसी के साथ केजरीवाल ने राहुल गांधी से मिलने के लिए वक्त मांगा.
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Delhi Ordinance: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बीते गुरुवार को चेन्नई में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन से मुलाकात की. केजरीवाल ने स्टालिन से दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर प्रदेश की सरकार का नियंत्रण खत्म करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, AAP के दोनों नेताओं ने सीएम स्टालिन से यहां अलवरपेट स्थित उनके आवास पर मुलाकात की.
केजरीवाल के साथ विचार-विमर्श के दौरान आप सांसद राघव चड्ढा, द्रमुक संसदीय दल के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री टी. आर. बालू भी मौजूद थे. केजरीवाल नए अध्यादेश के खिलाफ राज्यसभा में विपक्षी दलों का समर्थन हासिल करने के लिए इन दिनों देशव्यापी दौरे पर हैं. आप के संयोजक 2 जून, 2023 को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात करने वाले हैं. वहीं, केजरीवाल ने केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन को लेकर कांग्रेस को तीसरा संदेशा भेजा है.
Hon'ble Delhi CM Thiru @ArvindKejriwal and Hon'ble Punjab CM Thiru @BhagwantMann met me at my residence to seek DMK's support against the GNCTD ordinance.
DMK has always been opposing any move that undermines federalism and erodes states' autonomy. DMK will never remain a mute… pic.twitter.com/Lti7WGLY0Q
— M.K.Stalin (@mkstalin) June 1, 2023
बैठक खत्म होने के बाद केजरीवाल ने कहा कि मैं सीएम स्टालिन को इतने गर्मजोशी से स्वागत के लिए धन्यवाद देता हूं. इस अलोकतांत्रिक अध्यादेश के खिलाफ हमारा समर्थन करने के लिए एमके स्टालिन जी का धन्यवाद करता हूं. मैंने मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से भी मिलने का समय मांगा है, लेकिन अभी उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है. हमें उम्मीद है कि कांग्रेस भी इस अलोकतांत्रिक अध्यादेश के खिलाफ हमारा समर्थन करेगी.
केजरीवाल ने अपने संबोधन में कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एक संयुक्त विपक्ष की चर्चा पर निर्धारित बैठक में काम की जा सकती है. उन्होंने कहा कि 8 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद, दिल्ली ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के साथ जीत हासिल की, जिसमें निर्वाचित सरकार को नौकरशाहों पर पूर्ण नियंत्रण दिया गया. इसी के साथ केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को रद्द करने के लिए केंद्र ने असंवैधानिक अध्यादेश लाया.
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उन्होंने आगे कहा कि यदि सभी गैर-बीजेपी दल एक साथ आते हैं, तो हम इस विधेयक को राज्यसभा में हरा सकते हैं, जहां बीजेपी के पास केवल 93/238 सीटें हैं. ये 2024 के लिए एक मजबूत संदेश होगा. मैं समर्थन मांगने के लिए स्टालिन जी के पास आया हूं और मुझे ये कहते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पास डीएमके का समर्थन है. केजरीवाल इससे पहले ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे, शरद पवार सहित कई प्रमुख विपक्षी नेताओं से मुलाकात करे चुके हैं.
राहुल गांधी से मांगा समय
आपको बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मिलने के लिए वक्त मांगा था. केजरीवाल केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए विपक्षी दलों के नेताओं से लगातार मुलाकात कर हैं.
(इनपुटः IANS)