Sangam Vihar Assembly Seat: दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में संगम विहार एक प्रमुख सीट है. यह दक्षिणी दिल्ली में स्थित है 2013 के चुनाव से आम आदमी पार्टी (AAP) का इस सीट पर कब्जा है. भाजपा ने 2008 के बाद से यहां जीत नहीं पाई है. इस बार चुनाव में कई सवाल उठ रहे हैं, जैसे क्या आम आदमी पार्टी अपनी स्थिति बनाए रख पाएगी? भाजपा और कांग्रेस की रणनीतियां क्या होंगी?  


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आम आदमी पार्टी का दबदबा
संगम विहार में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार दिनेश मोहनिया ने लगातार तीन बार (2013, 2015, 2020) चुनाव जीते हैं. 2020 में उन्होंने 75,345 वोट प्राप्त कर जेडीयू के प्रत्याशी को 40 हजार से अधिक वोटों से हराया. यह उनके लिए एक बड़ी जीत थी. वहीं भाजपा ने इस बार अभी तक अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है. 2008 के बाद से भाजपा यहां जीत नहीं पाई है, जिससे उनकी स्थिति कमजोर दिखाई देती है. वहीं कांग्रेस ने इस सीट पर हर्ष चौधरी को उम्मीदवार बनाया है. इतिहास भी दिलचस्प है. 2003 में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी, जबकि 1998 में निर्दलीय प्रत्याशी ने बाजी मारी थी. 


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संगम विहार विधानसभा की चुनावी स्थिति
संगम विहार विधानसभा में भाजपा को 2008 के बाद से जीत नहीं मिली है, लेकिन पार्टी ने पिछले चुनावों में मजबूत प्रदर्शन किया है. 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जेडीयू के लिए अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था, फिर भी उसने दूसरे स्थान पर रहकर अपनी स्थिति को मजबूत किया. यहां की मुख्य समस्याएं जलभराव, स्वच्छ जल की अनुपलब्धता और ट्रैफिक की अव्यवस्था हैं. इन समस्याओं का सामना दिल्ली के अन्य इलाकों में भी किया जा रहा है. संगम विहार में पूर्वांचल के लोगों की संख्या लगभग 80 फीसदी है, जबकि ब्राह्मण, गुर्जर और मुस्लिम समुदाय भी महत्वपूर्ण हैं. 


संगम विहार में कुल 1,98,913 वोटर हैं, जिनमें 1,13,611 पुरुष और 85,287 महिला वोटर शामिल हैं. 15 थर्ड जेंडर मतदाता भी हैं. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान 5 फरवरी को होगा. चुनाव आयोग के अनुसार, कुल 1.55 करोड़ मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे. परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे. चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है.


एजेंसी से इनपुट