Delhi News: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में आप नेता जैस्मीन शाह की पुस्तक 'द दिल्ली मॉडल' का विमोचन किया. इस अवसर पर दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी मौजूद थे. यह पुस्तक दिल्ली सरकार के केजरीवाल मॉडल और पार्टी की राजनीतिक यात्रा पर आधारित है.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा, जैस्मिन शाह की पुस्तक जरूर पढ़िएगा. इसमें हमारी राजनीतिक यात्रा का विस्तृत विवरण मिलेगा. उन्होंने बताया कि उन्होंने लोगों की मूलभूत समस्याओं को सुलझाने की कोशिश की है. 


केजरीवाल ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि जब वह सरकारी सेवा में थे, तब उन्होंने भ्रष्टाचार को करीब से देखा. उन्होंने बताया कि इनकम टैक्स में डिप्टी कमिश्नर रहते हुए, उन्होंने परिवर्तन वेबसाइट बनाई थी. जहां लोग भ्रष्टाचार की शिकायत कर सकते थे. मनीष सिसोदिया पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने इस वेबसाइट पर लॉगिन किया. 


ये भी पढ़ें: Delhi: 'दिल्ली में रोहिंग्याओं को बसाने का काम कर रहे क्रेंद सरकार', जानें मामला


अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने बिजली और पानी जैसे मुद्दों पर काम करना शुरू किया. उन्होंने बताया कि जब वह झुग्गियों में काम कर रहे थे, तब उन्होंने लोगों की समस्याओं को समझा. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार स्कूल चला सकती है, अस्पताल चला सकती है. 


उन्होंने यह स्पष्ट किया कि सरकार चलाने के लिए ईमानदारी एक अहम मॉडल है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने शाहीन बाग को मुद्दा बनाने की कोशिश की, लेकिन जनता ने उन्हें हरा दिया. उन्होंने तीन बार जीतने का दावा किया और चौथी बार सरकार बनाने की बात की.  


केजरीवाल ने कहा कि 65 वर्षों में 62 फ्लाईओवर बने थे, जबकि उनकी सरकार ने 10 वर्षों में 38 फ्लाईओवर बनाए. उन्होंने दिल्ली में सीसीटीवी की डेंसिटी को दुनिया में सबसे अधिक बताया. अंत में केजरीवाल ने कहा कि देश की बिजली फ्री की जा सकती है, लेकिन इसके लिए सही नीयत की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि 1 लाख 80 हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा, लेकिन 5 लाख करोड़ रुपये में देश के अस्पताल ठीक हो सकते हैं. इस प्रकार, केजरीवाल ने अपनी योजनाओं और विचारों को साझा किया, जो दिल्ली के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं.