Manoj Tiwari: पांच साल में इस BJP उम्मीदवार के कुल अकाउंट 11 बढ़े और दौलत 5 करोड़
Lok Sabha Election 2024: दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से BJP ने 5 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है. उत्तर पूर्वी दिल्ली से एक बार फिर BJP ने भोजपुरी एक्टर मनोज तिवारी पर भरोसा जताया है. भोजपुरी इंडस्ट्री से दिल्ली की राजनीति तक मनोज तिवारी एक जाना पहचाना नाम हैं. देश की सबसे अमीर पार्टी के इस नेता के पास कितनी दौलत है, आइए जानते हैं.
मनोज तिवारी की संपत्ति
उत्तर पूर्वी दिल्ली दिल्ली से BJP के लोकसभा उम्मीदवार मनोज तिवारी ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी कुल संपत्ति 24,28,17,031 रुपये बताई है. वहीं साल 2014 के चुनाव में उनकी कुल संपत्ति 19,94,83,924 रुपये थी. 5 साल में मनोज तिवारी की संपत्ति में 5 करोड़ रुपये से ज्यादा का इजाफा हुआ है. वहीं मनोज तिवारी पर 1.36 करोड़ रुपये की देनदारी है.
कार कलेक्शन
मनोज तिवारी का कार कलेक्शन बेहद शानदार है. उनके पास ऑडी Q7, मर्सिडीज बेंज, फॉर्च्यूनर, इनोवा, होंडा सिटी जैसी कार हैं. साल 2014 में मनोज तिवारी ने ऑडी की कीमत 52 लाख बताई है तो वहीं साल 2019 में उसकी कीमत कम होकर 24 लाख हो गई.
बैंक अकाउंट भी बढ़े
साल 2019 में सांसद मनोज तिवारी द्वारा दिए गए हलफनामे के अनुसार, उनके पास 3.5 लाख कैश और बैंक अकाउंट्स में करीब 7 करोड़ रुपये का डिपॉजिट हैं. साल 2014 से 19 के बीच में मनोज तिवारी के बैंक अकाउंट की संख्या भी बढ़ी है. साल 2014 में मनोज तिवारी के पास बैंक, वित्तीय संस्थानों और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों से जुड़े 21 खाते थे, जो 2019 आते-आते 32 हो गए.
5 साल में नहीं खरीदा सोना
मनोज तिवारी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, साल 2014 में उनके पास कुल 134 ग्राम सोना था, जिसकी कीमत 3,75,000 हजार रुपये थी. वहीं साल 2019 में भी उनके पास कुल 134 ग्राम सोना है, जिसकी कुल कीमत 4,00,000 रुपये बताई गई है.
एग्रीकल्चर लैंड
मनोज तिवारी के पास 12 लाख रुपये से ज्यादा की एग्रीकल्चर लैंड और 2 करोड़ रुपये की नॉन एग्रीकल्चर लैंड है. साल 2014 से 2019 के बीच मनोज तिवारी के पास 12 लाख रुपये से ज्यादा की एग्रीकल्चर लैंड और महज 80 लाख रुपये की नॉन एग्रीकल्चर लैंड थी.
घर व फ्लैट
मनोज तिवारी के पास राजधानी दिल्ली, मुंबई, ठाणे और वाराणसी में 13 करोड़ रुपये से ज्यादा के घर व फ्लैट हैं. ये आकंड़े मनोज तिवारी द्वारा साल 2014 और 2019 में दिए गए चुनावी हलफनामे के मुताबिक हैं. चल और अचल संपत्ति को लेकर वर्तमान स्थिति अलग हो सकती है.