गगन रुखाया/फतेहाबाद : मवेशियों को लंपी स्किन डिजीज (Lumpy Skin Desease) से बचाने के लिए पशुपालन विभाग ने वैक्सीनेशन का कार्य तेज कर दिया है. महामारी का संक्रमण बढ़ने के बाद विभाग के स्टाफ की छुट्टियां भी रद कर दी है. ऐसे में शनिवार को भी पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने जिलेभर की गोशालाओं व गांवों में जाकर पशुओं के वैक्सीनेशन का कार्य किया. जिले में 21978 में से 16 हजार से ज्यादा पशुओं को बूस्टर डोज दी गई. वहीं बीमारी फैलाने में मच्छरों की अहम भूमिका को देखते हुए फॉगिंग शुरू कर दी गई. 


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बीमारी को गंभीरता से लेते हुए अब रविवार को भी पशुपालन विभाग के अधिकारी मवेशियों को डोज लगाएंगे. जिले में जो अब तक पशु महामारी से संक्रमित नहीं हुए है, उन्हें भी वैक्सीन डोज देने का कार्य किया जा रहा है. 


शनिवार को जिले में 114 पशु संक्रमित मिले, वहीं 5 की मौत हुई. इसके अलावा करीब 80 पशु संक्रमण से ठीक भी हो हुए. अब तक जिले में 1331 पशुओं में संक्रमण मिला है. इनमें से 678 पशु ठीक हो गए. वहीं 653 पशुओं का इलाज चल रहा है. अब तक जिले में 37 पशुओं की मौत हुई है. कोरोना की तरह ही इस महामारी से मृत्यु दर कम है.


मच्छर मारने के लिए फॉगिंग शुरू 


जिले में लंपी स्किन डिजीज महामारी का अधिक प्रकोप पंजाब के साथ लगते क्षेत्र में है. इन क्षेत्र की गोशाला के अलावा लोगों के घरों में बड़ी संख्या में महामारी फैल रही है. इसकी वजह इन क्षेत्र में मच्छरों की तादात अधिक होना है. दरअसल लंपी वायरस की चपेट में आए मवेशियों के शरीर पर  गांठें बनने लगती हैं और फिर ये घाव में बदल जाती है.


जब इन घावों के संपर्क में आया मच्छर दूसरे मवेशी को काटता है तो वह भी बीमार हो जाता है. पशुपालन विभाग ने इन क्षेत्रों में मच्छरों को मारने के लिए फॉगिंग का कार्य शुरू किया है. शनिवार को कई गोशालाओं में फॉगिंग कराई गई. अधिकारियों का कहना है कि मच्छर मारने के लिए जो भी जरूरी उपाय होंगे, किए जाएंगे.