Mahendragarh Accident: हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के कनीना कस्बे में आज सुबह एक बड़ा हो गया है, जिसमें एक निजी स्कूल बस अनियंत्रित होकर पहले पेड़ से टकराई और इसके बाद पलट गई. इस हादसे में अब तक 6 बच्चों की मौत हो गई और 11 बच्चे गंभीर रूप से घायल है, जिन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है.
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Mahendragarh Accident: हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के कनीना कस्बे में आज सुबह एक बड़ा हो गया है, जिसमें एक निजी स्कूल बस अनियंत्रित होकर पहले पेड़ से टकराई और इसके बाद पलट गई. इस हादसे में अब तक 6 बच्चों की मौत की खबर सामने आई है और दर्जनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, स्कूल बस का ड्राइवर नशे की हालत में था, जिसकी वजह से यह बड़ा हादसा हुआ. पुलिस ने आरोपी बस ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच में जुटी हुई है. बताते चले कि इस हादसे में अब 6 बच्चों की मौत की खबर सामने आई है और 11 बच्चे घायल है, जिन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया. इनमें कई बच्चों की हालत गंभीर भी बताई जा रही है.
हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम और जजपा नेता के दुष्यंत चौटाला ने महेंद्रगढ़ में हुए आज सुबह सड़क हादसों लेकर लेकर काफी दुख जताया है. इसी के साथ उन्होंने अपने ट्वीट अकांउट लिखा महेंद्रगढ़ के उन्हानी गांव में स्कूल बस दुर्घटनाग्रस्त होने का दुःखद समाचार मिला है, जिसमें बच्चों के निधन और कुछ बच्चों के घायल होने की हृदय विदारक सूचना है. ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि मृतक बच्चों की आत्मा को शान्ति प्रदान करे और घायलों को जल्द स्वस्थ करे. भगवान से प्रार्थना है कि बच्चों के परिवार को ये अपार पीड़ा सहने की शक्ति दे.
इस बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने लिखा महेंद्रगढ़ के कनीना में स्कूल बस के दुर्घटनाग्रस्त होने से आहत हूं. मेरी संवेदनाएं उन शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपने मासूम बच्चे खोए हैं. स्थानीय प्रशासन घायलों की सहायता के लिए मुस्तैद है. सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
वहीं अभय सिंह चौटाला ने लिखा कि महेंद्रगढ़ के कनीना के गांव उन्हानी के पास स्कूल बस पलटने से आधा दर्जन बच्चों की मृत्यु हो गई. इस घटना के लिए स्कूल के साथ ही जिला प्रशासन भी दोषी है. आज अवकाश के बावजूद स्कूल क्यों खोला गया? काश निजी स्कूलों की मनमानी पर जिला शिक्षा अधिकारी का समय पर चाबुक चलता, तो शायद आज यह घटना न होती. दिवंगत नौनिहालों को नम आंखों से श्रद्धांजली. ईश्वर उनके परिवारों को यह दुख सहने कि शक्ति दे.