Delhi News: हिंदू राव अस्पताल में हुए विवाद के बाद दिल्ली नगर निगम के सभी अस्पतालों में सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान कर दिया है. कर्मचारी यूनियन की मांग है जूनियर डॉक्टर सफाई कर्मचारी से मांफी मांगे और सफाई कर्मचारी व ASI के ट्रांसफर ऑर्डर को कैंसिल किया जाए. जब तक ऐसा नहीं किया जाता प्रदर्शन जारी रहेगा.
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Delhi News: दिल्ली नगर निगम के सबसे बड़े अस्पताल हिंदू राव में रेजिडेंट डॉक्टरों और ग्रुप-C, D के कर्मचारियों ने मंगलवार को हड़ताल का ऐलान कर दिया. जिसके बाद आज दिल्ली नगर निगम के अस्पतालों में फोर्थ क्लास के सफाई कर्मचारी व इनके समर्थन में अन्य हॉस्पिटल के कर्मचारी भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. सफाई कर्मचारी को इंसाफ दिलाने के लिए ये सभी कर्मचारी धरने पर बैठकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.
दिल्ली के हिंदू राव अस्पताल में बीते 17 अगस्त को जूनियर डॉक्टर द्वारा एक सफाई कर्मचारी के साथ मारपीट का मामला सामने आया. कर्मचारी यूनियन का आरोप है कि सफाई कर्मचारी की तरफ से कोई कार्यवाही न करते हुए मामले को दबाने की कोशिश की गई. परंतु इस मामले को तूल देते हुए जूनियर डॉक्टर अलीउल रहमान ने हॉस्पिटल के MS उच्च अधिकारियों को सफाई कर्मचारी के खिलाफ ही शिकायत कर दी. शिकायत में बताया गया कि जूनियर डॉक्टर के साथ On ड्यूटी सफाई कर्मचारियों ने मारपीट की है. जिसके बाद इन बुजुर्ग सफाई कर्मचारी प्रकाश व इनकी पैरवी करने वाले ASI विकास कौशिक का ट्रांसफर कर दिया गया. जिसके बाद नगर निगम के कर्मचारी प्रसासनिक अधिकारियों की इस कार्रवाई से बेहद नाराज नजर आए और दिल्ली के सभी नगर निगम के हॉस्पिटल जैसे कस्तूरबा गांधी हॉस्पिटल , गिरधारी लाल हॉस्पिटल , स्वामी दयानंद हॉस्पिटल, हिंदू राव हॉस्पिटल, बालक राम हॉस्पिटल, आईडी हॉस्पिटल, राजन बाबू टीवी हॉस्पिटल व तमाम नगर निगम की डिस्पेंसरी में सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए.
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आपको बता दें कि कर्मचारी के साथ मारपीट के बाद सफाई कर्मचारी जब हड़ताल पर गए तो उसके बाद ही हिंदू राव हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने भी एक दिन की हड़ताल का ऐलान कर दिया. डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल शाम तक खत्म कर दी, लेकिन सफाई कर्मचारियों की तरफ से अनिश्चितकालीन हड़ताल का जो आगाज किया गया वह अभी तक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. कर्मचारी यूनियन की मांग है कि जो बर्बता सफाई कर्मचारी के साथ की गई उनसे जूनियर डॉक्टर माफी मांगे और सफाई कर्मचारी व ASI के ट्रांसफर ऑर्डर को कैंसिल किया जाए. जब तक ऐसा नहीं किया जाता प्रदर्शन जारी रहेगा.
जांच का विषय यह है कि आखिर 17 अगस्त को हुआ क्या था. सफाई कर्मचारी ने जूनियर डॉक्टर के साथ बदसलूकी की या फिर जूनियर डॉक्टर ने सफाई कर्मचारी के साथ? फिलहाल, कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से मरीजों को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं. ऐसे में जरूरी है कि प्रशासन विवाद की वजह की सही जांच कराए और जल्द से जल्द कोई रास्ता निकाले, जिससे अस्पताल में पहले की तरह व्यवस्थाएं शुरू की जा सकें.
Input-Nasim Ahmad