MCD Standing Commitee Election: काफी हंगामे के बाद दिल्ली नगर निगम (MCD) को अपना मेयर और डिप्टी मेयर तो मिल गया है. वहीं अब MCD के स्टैंडिंग कमेटी के लिए सदन में बुधवार शाम से लगातार हंगामा हो रहा है. इस कमेटी में 6 सदस्यों का चुनाव होना है. इसको लेकर बुधवार शाम 6 बजे से शुरू हुआ और अगले दिन सुबह 10 बजे जाकर शांत हुआ. इस दौरान आप पार्षदों और भाजपा के पार्षदों में जमकर हाथपाई और धक्का मुक्की हुई. हंगामें के बीच सदन को 12 बार स्थगित किया गया और 24 फरवरी यानी आज सुबह 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि AAP और BJP दोनों ही पार्टियां ज्यादा से ज्यादा स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य की सीटें जीतने की कोशिश कर रही हैं. क्योंकि स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों की MCD में सबसे ज्यादा अहमियत होती है. दिल्ली नगर निगम में मेयर और डिप्टी मेयर के पास फैसले लेने की ताकत काफी कम होती हैं. उसकी एक बड़ी और अहम वजह ये है कि लगभग सभी तरह के आर्थिक और प्रशासनिक फैसले 18 सदस्यों वाली स्टैंडिंग कमेटी ही लेती है और उसके बाद ही उन्हें सदन में पास करवाने के लिए भेजा जाता है.


बता दें कि स्टैंडिंग कमेटी MCD के लिए वित्त मंत्रालय की तरह है. वहीं कमेटी ही विकास से संबंधित अहम परियोजनाओं का प्रस्ताव तैयार कर मेयर के पास सदन में रखने के लिए भेजती है. इस कमेटी में 18 सदस्य होते हैं, इनमें 12 सदस्य तो एमसीडी के अलग-अलग जोन से चुनकर आते हैं. वहीं 6 सदस्यों का चुनाव निर्वाचित पार्षद करते हैं.


वहीं इस कमेटी में जिसके ज्यादा सदस्य होंगे, उस पार्टी का ही चेयरमैन बनेगा. वहीं अगर कमेटी का चेयरमैन BJP से होता है तो MCD में भी एलजी बनाम सीएम की तरह सियासी जंग का अखाड़ा बन जाएगा. ऐसा होने से MCD में दो पावर सेंटर हो जाएंगे. एक मेयर तो दूसरा स्टैंडिंग कमेटी. वहीं आप के लिए चुनावी घोषणा को पूरा कर पाना मुश्किल हो जाएगा. एक तरफ आप ने अपने 4 कैंडिडेट इस चुनाव में उतारे हैं. वहीं भाजपा ने 3 कैंडिडेट उतारे हैं.