Nuh Violence News: 31 जुलाई को बृज मंडल धार्मिक यात्रा के दौरान हुई हिंसा में अब तक 45 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और 139 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर भी पुलिस की कड़ी नजर है. वहीं पुलिस ने देर शाम 3 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी. DSP की अध्यक्षता में मामले की जांच के लिए 3 SIT गठित की गई हैं. ये टीम इन 45 FIR समेत पहलुओं की गहनता से की जांच कर रही हैं. वहीं 8 अन्य टीम अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर आरोपियों की धरपकड़ कर रही हैं.


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नूंह हिंसा में बजरंग दल के मोनू मानेसर का नाम चर्चा में आ रहा है. मोनू मानेसर पर आरोप है कि उनका वीडियो वायरल होने के बाद हिंसा भड़की. इस बीच मोनू मानेसर ने आज ज़ी न्यूज़ को दिए EXCLUSIVE इंटरव्यू में बताया कि नूंह हिंसा से उनका कोई लेना-देना नहीं है. उस पर लगाए जा रहे आरोप झूठे हैं. वीडियो में मैंने लोगों से सिर्फ यात्रा में शामिल होने की बात कही थी. मैं शांत स्वभाव का सनातनी हूं. इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए. मोनू ने कहा, लोग फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान के वीडियो के बाद भड़के. अगर मैं दोषी हूं तो मामन खान भी दोषी है.


बता दें कि फरवरी में विधायक मामन खान इंजीनियर ने मोनू मानेसर को मेवात आने का चैलेंज दिया था. इसी चैलेंज को लेकर मोनू मानेसर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कहा था कि वह विश्व हिंदू परिषद की मेवात ब्रजमंडल यात्रा में अपने साथियों के साथ आएंगे. मामन खान ने फेसबुक पर भी लिखा, किसी भी साथी को चिंता करने की जरूरत नहीं है, मैंने विधानसभा में भी आपकी लड़ाई लड़ी थी और मेवात में भी आपकी लड़ाई मैं ही लडूंगा. हिंदू संगठनों के लोग मोनू के वीडियो के बाद विधायक की इस फेसबुक पोस्ट को ही इस हिंसा की सबसे बड़ी वजह बता रहे हैं.


CCTV फुटेज की गहनता से जांच
नूंह मामले में पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि घटनास्थल वाले क्षेत्रों में प्राइवेट व सरकारी सीसीटीवी फुटेज आदि के माध्यम से जांच पड़ताल की जा रही है. वहीं दोबारा ऐसे हालात पैदा न हों इसलिए कुछ ढील देते हुए नूंह समेत राज्य के 4 जिलों में इंटरनेट सेवा 5 अगस्त तक बंद कर दी गई है. वहीं स्थिति का आकलन करने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा.


पुलिस कर रही फ्लैग मार्च
वहीं प्रशासन द्वारा हालात पर काबू देखते हुए आमजन की सुविधा के लिए कर्फ्यू में आज छूट दी गई है. वहीं पुलिस बल हालातों पर काबू पाए रखने के लिए लगातार फ्लैग मार्च किया जा रहा है. दोनों समुदायों के बीच में सौहार्द बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन निरंतर प्रयासरत है. जिले में कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल की 34 कंपनियां तैनात की गई हैं. 4 गांवों- नामत सिंघार, नेवली, जलालपुर और शिकारपुर में सर्च ऑपरेशन चलाया गया है. पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है. नूंह हिंसा में अब तक 7 लोगों की मौत की खबर है. नूंह एसपी वरुण सिंगला ने लोगों से अपील की है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें, सौहार्द व भाईचारा बनाए रखें.