कासिम खान/नूंह मेवातपुन्हाना उपमंडल के गांव सुनहेड़ा में मनरेगा में हुए लाखों के गबन मामले में बिछौर थाना पुलिस ने मुख्यमंत्री उड़न दस्ते के इंस्पेक्टर सतेंदर की शिकायत के आधार पर पंचायत विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों, बैंक मैनेजर, गांव के मैट व फर्म मालिक सहित मामले में संलिप्त 13 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. मुख्यमंत्री उड़न दस्ते के DSP राजेश चेची ने बताया कि सुनहेड़ा निवासी मकसूद द्वारा गांव में मनरेगा स्कीम के तहत साल 2021-2022 में बनने वाले 82 कैटल शेड कार्यो में मृत लोगों के नाम से कार्य, जॉबकार्ड धारकों के खाते बदलकर अन्य खातों में राशि डालकर लाखों रुपये का गबन की जांच करने की शिकायत मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम को मिली थी.


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उन्होंने बताया कि शिकायत के आधार पर टीम द्वारा गांव में जांच की गई. जांच के दौरान गांव सुनहेड़ा में बनाए गए कैटल शेडों का निरीक्षण हसंराज उप मण्डल अभियन्ता व फजरुद्दीन कनिष्ठ अभियंता हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन नूंह को साथ लेकर किया गया. निरीक्षण के दौरान मौके पर गांव में केवल 66 कैटल शेडों का निर्माण होना पाया गया. उनके निर्माण कार्य में भी अनियमितता पाई गई. कई कैटल शेडों पर टीन का कार्य नहीं किया गया व अधिकतर कैटल शेडों पर कोई प्लास्टर नहीं किया गया, निरीक्षण के दौरान लगभग एक दर्जन कैटल शेड निर्माणाधीन मिले.


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उन्होंने आगे कहा कि इसके अतिरिक्त जब जॉब कार्ड धारकों की जांच की गई तो शिकायतकर्ता मकसूद व उनकी पत्नी हंसीरा की मजदूरी राशि दी-गुड़गांव सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक पुन्हाना में जमा पाई गई. जब दोनों के खातों की जांच की गई तो चौकाने वाले खुलासे सामने आए, क्योंकि दोनों खाते हरिओम पत्नी चन्द व बलराम पुत्र रति निवासी गुलालता के नाम से घुले हुए थे और राशि का भुगतान भी बैंक से किया हुआ था.


DSP ने बताया कि इसके अतिरिक्त यूनुस निवासी सुनहेडा के जॉब कार्ड में मोसिम निवासी पटाकपुर का खाता, नसीम  निवासी सुनहेडा के जॉब कार्ड में शहनाज पत्नी वसीम निवासी हथन गांव का खाता, कसीरा के जॉब कार्ड में मोहम्मद रसीद पुत्र हारून निवासी नाहरपुर का खाता, हसीना के जॉब कार्ड में सबाना पत्नी तोफिक गांव गोधोला का खाता, सरजीना के जॉब कार्ड में जाकिर पुत्र सुबेदार निवासी गांव बिछोर का खाता खुला होना पाया गया. इसके अतिरिक्त मुबिन पुत्र नवाब निवासी सुनहेडा जिसकी मृत्यु करीब एक साल पहले हो चुकी है. उसकी भी मनरेगा स्कीम के तहत फर्जी मस्टरोल तैयार कर मजदूरी की राशि निकाली गई. जांच में सीएम फ्लाइंग को ये सभी बैंक खाते फर्जी पाए गए है.


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डीएसपी ने बताया की पुन्हाना बीडीपीओ कार्यालय में एमबी व बिलों की जांच की गई तो वंहा भी काफी अनियमितता पाई गई. जांच के दौरान प्राप्त दस्तावेजों व कथनों के अनुसार पुन्हाना बीडीपीओ दिगंबर सिंह, एबीपीओ अरशद हुसैन व संजय कुमार, जेई अजमत, साहबुद्दीन कंप्यूटर ऑपरेटर, सचिव जफर अब्बास, लेखाकार विपिन कुमार व अरशद, मेट अनीश, प्रोपराईटर सिंगारिया ट्रेडर्स, अंजूम खान पुत्र मुबारिक निवासी जेंवत, हनीफ खान कैशियर, मुबीन शाखा प्रबन्धक, दी-गुडगांव कॉपरेटिव सेंट्रल लि. बैंक शाखा पुन्हाना द्वारा आपस मे साज-बाज होकर फर्जी कागजात व दस्तावेज के आधार पर फर्जी बैंक खाते खोलकर व मनरेगा स्कीम के तहत करीब 10  लाख की सरकारी राशि को फर्जी बैंक खातों से फर्जीवाड़ा कर निकाल लिया गया, जिस संबंधन में बिछौर थाना पुलिस ने सभी अधिकारियों में कर्मचारियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 120बी, 406, 409 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.