नई दिल्ली : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका पर मंगलवार को दिल्ली की कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है. सत्येंद्र जैन को ईडी ने 30 मई को गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में सत्येंद्र जैन से जुड़ी संपत्तियों से 2.82 करोड़ रुपये नगद और 1.8 किलोग्राम सोना बरामद किया गया था.


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आज जमानत याचिका पर बहस के दौरान ईडी ने कोर्ट को सत्येंद्र जैन से हुई पूछताछ के बारे में हैरान करने वाली जानकारी दी. ईडी ने बताया कि जब सत्येंद्र जैन से पूछा गया कि इतनी रकम कहां से आई तो सत्येंद्र जैन ने कहा कि उन्हें कुछ याद नहीं. कोरोना के कारण उनकी याददाश्त चली गई है. ईडी की दलीलों को सुनाने के बाद स्पेशल जज गीतांजलि गोयल ने स्वास्थ्य मंत्री की जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया. अब जमानत पर फैसला 18 जून को आएगा. 


अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कोर्ट को बताया कि सत्येंद्र जैन ने यह दावा तब किया, जब उनके सामने हवाला लेनदेन से रकम प्राप्त करने वाले ट्रस्टों की सदस्यता से संबंधित दस्तावेज रखे गए. एसवी राजू ने कहा कि एक लोक सेवक के रूप में सत्येंद्र जैन का आचरण उन्हें जमानत का हकदार नहीं बनाता. वह भावशाली हैं और जमानत मिलने के बाद गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं. बता दें कि सोमवार को ही कोर्ट ने उन्हें 27 जून तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. इससे पहले जैन की ईडी हिरासत 13 जून तक बढ़ाई थी.


कुमार विश्वास ने लिए मजे
कोर्ट में सत्येंद्र जैन की जमानत पर सुनवाई के बाद पूर्व आप नेता कुमार विश्वास ने ट्वीट के माध्यम से उनके मजे ले लिए. उन्होंने इमोजी लगाते हुए ट्वीट किया- भारत-रत्न. 


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