नई दिल्ली: देश के अधिकतर हिस्सों में मॉनसून सक्रिय है ऐसे में कई लोगों को घरों में सीलन की समस्या का सामना करना पड़ता है. सीलन की वजह से दीवारों पर नमी आती है और फिर बैक्टीरिया, जिससे कई तरह की बीमारियां फैल सकती हैं. साथ ही सीलन की वजह से आपका घर भी कमजोर हो सकता है. आज के इस आर्टिकल में कुछ ऐसे ही टिप्स लेकर आएं हैं, जिनकी मदद से आप अपने घर को सीलन से बचा सकते हैं. 


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1. ड्रेनेज पाइप करें चेक
बारिश का पानी निकालने के लिए लगाई जाने वाली ड्रेनेज पाइप सीलन की एक वजह हो सकती है. कई बार पाइप में कचरा फंस जाने से पानी सही तरीके से नहीं निकल पाता और फिर वो पानी इकठ्ठा होकर सीलन की वजह बनता है. ऐसे में आपको ड्रेनेज पाइप को चेक करके साफ कर लेना चाहिए, जिससे बारिश का पानी पाइप की मदद से तुरंत बाहर निकल जाए. 


2. छत के क्रैक को करें ठीक
लोगों के घर की टपकती छत भी सीलन की बड़ी वजह होती है. ऐसे में बारिश के मौसम में छत के साथ ही दीवार के कोने-कोने भी अच्छे से चेक कर लें. डिश एंटीना या कोई और चीज लगवाते समय अगर कोई दरार या जगह बची हो उसे भी वॉटरप्रूफ कंपाउंड से भर दें. ऐसा करने से आपका घर नमी से सुरक्षित रहेगा और सीलन नहीं आएगी. 


3. खिड़कियां करें सील
अक्सर घर में खिड़की और दरवाजों के जॉइंट से भी पानी अंदर आता है. ऐसे में उसे चेक कर लें, जिससे पानी अंदर नहीं आए. अगर आपके घर में स्प्लिट एसी लगा है और उसका आउटर छत या दीवार पर लगा है, तो दीवार में से आने वाली पाइप की जगह को चेक कर लें. अगर वह खुली है, तो उसे सील करके वॉटरप्रूफिंग कर दें. 


4. दीवार में उगे पौधों को हटा दें
कई बार घर की छत या दीवार में पीपल और बरगद जैसे पौधे उग आते हैं. कुछ लोग इनके आस-पास पौधे भी लगा देते हैं, ये पौधे नमी को अब्जार्ब करके सीलन की वजह बनते हैं. बारिश के मौसम में इन्हें दीवार से हटाकर उस जगह पर वॉटरप्रूफिंग करा देनी चाहिए. ऐसा करने से सीलन नहीं होगी. 


5. बिजली के तार करें चेक
बारिश के मौसम में अगर आपके घर के छत और दीवार पर बिजली के तार लगे हैं, तो उन्हें भी अच्छे से चेक कर लें. क्योंकि कटे हुए तार में पानी की वजह से करंट आ सकता हैं और अगर दीवार पर थोड़ा भी सीलन हुआ, तो वह पूरी दीवार में फैल सकता है. 


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