Delhi Police में तैनात ASI का राजस्थान में राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
Delhi Police ASI Funeral: दिल्ली में 8 जनवरी को शहीद हुए एएसआई शंभू दयाल मीणा का उनके गांव के राजस्थान गांवली में किया गया.
सदाम हुसैन/ नई दिल्ली: सीकर जिले के नीमका थाना इलाके के पाटन क्षेत्र के ग्राम गांवली में दिल्ली पुलिस में एएसआई शंभू दयाल (ASI Sambhu Dayal) का पार्थिव शरीर पहुंचा. शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने उनके सम्मान में करीब 20 किलोमीटर तक तिरंगा यात्रा निकाली.
देशभक्ति गीतों के साथ हाथों में तिरंगा लिए युवकों ने जब तक सूरज चांद रहेगा शिंभू दयाल का नाम रहेगा के नारे लगाए. सड़क किनारे ग्रामीणों ने फूलों की वर्षा कर शहीद एएसआई (ASI) की पार्थिव देह के दर्शन किए. रास्ते में फूलमालाओं से लोगों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी. उनकी पार्थिव देह घर पहुंचा तो कोहराम मच गया. शहीद ASI की पत्नी सजना देवी ने फूलमाला पहनाकर अपने पति को अंतिम विदाई दी. उनकी अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए. गांवली की श्मशान भूमि पर उनके बेटे दीपक ने मुखाग्नि दी.
ये भी पढ़ें: सीने, गर्दन और पीठ पर बदमाश करता रहा चाकू से वार पर ASI ने भागने नहीं दिया, हुए शहीद
ये भी देखें: ASI शंभू दयाल को मारने के बाद बदमाश का Video, बोला- पास आओगे तो इसे चाकू मार दूंगा
बता दें कि 4 जनवरी को दिल्ली पुलिस के एएसआई शिंभू दयाल मीणा एक शातिर नकबजन की सूचना मिलने पर उसकी गिरफ्तारी कर मायापुरी थाना लौट रहे थे. इसी दौरान बदमाश ने चाकू से उनके छाती, गर्दन और पीठ पर वार कर दिए. इससे शिंभू दयाल खून से लथपथ हो गए. मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल एएसआई शिंभू दयाल मीणा को दिल्ली करोल बाग के बीएलके अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका 8 जनवरी को निधन हो गया था.
अंतिम यात्रा में पूर्व सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष और पूर्व विधायक प्रेम सिंह बाजोर, आप नेता महेंद्र मंडिया, कविता सामोता, पाटन प्रधान सुवा लाल सैनी सहित अनेक लोगों ने पुष्प अर्पित कर शहीद को श्रदांजली दी. इस दौरान पूर्व विधायक प्रेम सिंह बाजोर ने कहा कि वे खुद के खर्चे से दिल्ली पुलिस के शहीद एएसआई शिंभुदयाल मीणा की प्रतिमा लगवाएंगे, जिससे कि गांव में युवाओं को उनके बलिदान से प्रेरणा मिल सके और इसके लिए शहीद के परिवार की सहमति भी लेंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के शहीद एएसआई शिंभू दयाल मीणा ने बलिदान देकर अपने परिवार और क्षेत्र का गौरव बढ़ाया है.