NEET Exam: सरकारी Medical College में दाखिले के नाम पर ठगी, नोएडा में चल रहा था फर्जी दफ्तर
NEET: नीट की परीक्षा पास करने के बाद भी ठगे गए मेडिकल में एडमिशन लेने वाले विद्यार्थी, सरकारी कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर ठगे करोड़ो रूपये.
प्रमोद शर्मा/ नई दिल्ली: मेडिकल में एडमिशन कराने के नाम पर नोएडा में चल रहे एक ऐसे गैंग के बारे में पुलिस को पता चला है, जिनके निशाने पर वो पेरेंट्स होते है जो NEET Exam पास करने के बावजूद अपने बच्चे को पास के ही सरकारी मेडिकल कॉलेज (Government Medical College) में दाखिला दिलाने ने नाम पर लाखों रुपए गवां चुके हैं. पुलिस के पास अब तक ऐसी 25 शिकायते आ चुकी हैं. इस गैंग को पकड़ने के लिए पुलिस कई राज्यों में दबिश दे रही है.
नोएडा में खोला 2 लाख किराए पर ऑफिस
नोएडा सेक्टर 63 की एक इमारत में कुछ लोगों ने सितंबर में 2 लाख रुपये महीने पर 1 फ्लोर किराए पर लिया. यहां करियर जंक्शन (Career Junction) नाम से एक दफ्तर खोला गया. दफ्तर में सीईओ, मैनेजर, अकाउंटेंट, एचआर मैनेजर औक कॉर्ल्स सब मिलाकर 100 से ज्यादा लोगों का स्टाफ था. इस दफ्तर से कॉलर ऐसे लोगों को फोन करने लगे जिनके बच्चे MBBS में दाखिला लेने के लिए NEET एग्जाम पास कर चुके थे और घर के पास किसी सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने की जद्दोजहद में लगे हुए थे.
दिल्ली के बदरपुर के रहने वाले निर्मल चंद को भी बेटी के सरकारी कॉलेज में एडमिशन के लिए कॉल आया. इनको बेटी का दाखिला फरीदाबाद (Faridabad) के अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज (Atal Bihari Vajpayee Medical University) में कराने का भरोसा दिया गया. जिसके बदले में 30 लाख रुपये मांगे गए सरकारी कॉलेज की चाहत में निर्मल चंद ने 20 लाख में सौदा तय कर लिया और पैसे के साथ बेटी के सभी दस्तावेज भी दे दिए. जिसके बाद निर्मल चंद को मेडिकल काउंसिल कमेटी (Medical Councelling Committee) का एक फर्जी लेटर और अटल बिहारी वाजपेई कॉलेज का फर्जी एडमिशन लैटर देकर 19 दिसंबर को कॉलेज भेज दिया. वहां पता चला की इस कॉलेज से कोई एडमिशन लेटर जारी नहीं हुआ है. इसके बाद आरोपियों के मोबाइल फोन बंद आने लगे, निर्मल चंद ने 15 लाख रुपए कैश दिया था जबकि 5 लाइन ऑनलाइन दिया था.
निर्मल चंद ने बताया कि मैं सेक्टर 63 के d ब्लॉक के दफ्तर में गया. वो चाहते थे कि नोएडा के शारदा कॉलेज (Sharda College) में अपनी बेटी का एडमिशन करवाना चाहते थै, लेकिन इन्होंने कहा की प्राइवेट कॉलेज में क्या करोगे सरकारी कॉलेज में एडमिशन करवा देता हूं. इसके लिए 30 लाख रुपये देने होंगे ,उन्होंने बताया की सरकारी कॉलेज में स्ट्रे राउंड में ऐसी सीटें होती हैं जो खाली हो जाती हैं. हमारा कॉलेज से टाई अप होता है. हम डोनेशन देकर उन्हें करा लेते हैं.
वहीं दिल्ली के गीता कॉलोनी (Geeta Colony) के रहने वाले वली खान पेशे से कारोबारी हैं, वली की बेटी ने NEET की परीक्षा भी पास कर ली थी और उसका दाखिला लखनऊ के एक प्राइवेट कॉलेज में होने वाला था,लेकिन इसी बीच ये भी इसी गैंग के जाल में फंस गए. आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज (Sarojini Naidu Medical College) में दाखिला कराने के नाम पर इनसे 20 लाख रुपए ले लिए गए. कॉलेज का फर्जी स्टांप लगा लेटर देकर वली को भी 19 दिसंबर को आगरा के सरोजिनी नायडू कॉलेज भेज दिया गया. इनका कहना है कि गैंग के लोगों का ऑफिस देकर वो समझ ही नहीं पाए कि ये ठग हैं. वली खान ने बताया कि ऑफिस तो बहुत अच्छा था, पूरा स्टाफ था.
पुलिस ने इस मामले को लेकर केस दर्ज कर लिया है. पुलिस के पास अब तक 25 से ज्यादा शिकायतें आ चुकी हैं. हालांकि पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जांच में पता चला है आरोपियों ने सबको अपने फर्जी नाम बताए थे, ये पूरा गैंग है जिस पर पहले से इसी तरह की ठगी के कई केस दर्ज हैं. पुलिस के मुताबिक गैंग के मास्टरमाइंड ने अपना नाम अजय आलोक बताया था जबकि उसका असली नाम नीरज कुमार है. उसके खिलाफ हत्या के भी 2 मामले दर्ज हैं और उसे दिल्ली, पटना और नोएडा पुलिस पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है.