यात्री मेट्रो कोच में कर सकेंगे पार्टियां और बिजनेस मीटिंग ऑर्गेनाइज, NMRC बनवा रहा पहला रेस्तरां
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यात्री मेट्रो कोच में कर सकेंगे पार्टियां और बिजनेस मीटिंग ऑर्गेनाइज, NMRC बनवा रहा पहला रेस्तरां

NMRC यात्रियों की सुविधा के लिए और उन्हें अपनी तरफ आकर्शित करने के लिए ‘मॉक’ मेट्रो कोच में रेस्टोरेंट खोलने जा रहा है. इससे मुसाफिरों को लगेगा कि वो मेट्रो में सफर करते समय फूड का मजा ले रहे हैं.

 

यात्री मेट्रो कोच में कर सकेंगे पार्टियां और बिजनेस मीटिंग ऑर्गेनाइज, NMRC बनवा रहा पहला रेस्तरां

Metro Coach Restaurant: अगर आप कैफे और रेस्तरां में भोजन करने से उब चुके हैं और कुछ अलग अनुभव चाहते हैं तो NMRC ‘मॉक’ मेट्रो कोच में बने रेस्टोरेंट में आकर इस का लुफ्त उठा सकते हैं. एनएमआरसी अपने मुसाफिरों की संख्या बढ़ने के साथ गैर-किराया राजस्व में वृद्धि करने के साथ लोगों के खानपान और मनोरंजन के लिए सेक्टर-137 मेट्रो स्टेशन पर एक ‘मॉक’ मेट्रो कोच किराये पर देने जा रहा है. इसके लिए मैसर्स सिटी सुपर मार्ट कंपनी का चयन किया गया है. कंपनी को मेट्रो कोच में रेस्टोरेंट सेटअप करने के लिए तीन महीने का समय दिया है.

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एनएमआरसी की प्रबंध निदेशक ऋतु महेश्वरी ने बताया कि रेस्टोरेंट के लिए सेक्टर-137 में 300 वर्गमीटर का स्थान रिजर्व है, जिसमें 200 वर्गमीटर में लैंड स्केप और 100 वर्गमीटर में रेस्टोरेंट कोच रखा जाएगा. ग्रेटर नोएडा में डिपो स्टेशन में नकली मेट्रो कोच उपलब्ध है. इसे अंदर से रेस्टोरेंट का रूप दिया जाएगा, लेकिन सिटिंग अरेंजमेंट में कोई बदलाव नहीं होगा. कंपनी कोच के लिए अपने हिसाब बैठने और डेकोरेशन कर सकता है. मेट्रो की सीट जैसी है वैसी ही रहेंगी. इंटीरियर में बदलाव नहीं किया जाएगा. बल्कि इसे ही रेस्टोरेंट की शकल दी जाएगी.

कोच में एंट्री करने से पहले जैसे स्टेशन पर अनाउंसमेंट होता है ठीक उसी तरह अनाउंसमेंट होगा. इसके अलावा वो सभी इंतजाम होंगे, जिससे लगे कि आप मेट्रो में सफर करते समय फूड का मजा ले रहे हैं. इसमें पार्टियां ऑर्गेनाइज, बिजनेस मीटिंग भी की सकती है. उन्होंने कहा कि कोच में किसी भी प्रकार की निषिद्ध वस्तुओं से संबंधित गतिविधि की अनुमति नहीं होगी. उदाहरण के तौर पर पटाखों, औद्योगिक विस्फोटकों, रसायनों, तंबाकू उत्पादों, कोयला आधारित खाना पकाने आदि की अनुमति नहीं होगी. लाइसेंस की अवधि नौ साल के लिए होगी. दोनों पक्षों की आपसी सहमति के बाद इसे आगे के लिए भी बढ़ाया जा सकता है. एनएमआरसी को उसे किराया देना होगा. 

नोएडा सेक्टर-51 को ग्रेटर नोएडा में डिपो स्टेशन से जोड़ने वाली लाइन पर प्रतिदिन करीब 40 हजार सवारिया आती और जाती है. किसी भी मेट्रो संगठन द्वारा पहली बार इस तरह की पहल की जा रही है. इसके अलावा, सेक्टर-137 में स्टेशन बॉक्स क्षेत्र में, तीन रेस्तरां, एक कार शोरूम और एक सैलून पहले से ही चालू है, जिसने सेक्टर-137 मेट्रो स्टेशन को आसपास के निवासियों के साथ-साथ मेट्रो यात्रियों के लिए और अधिक लोकप्रिय बना दिया है.

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