Noida News: उत्तर प्रदेश में नोएडा में पुलिस ने लग्जरी गाड़ियां चोरी करने वाले एक गैंग का खुलासा करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से एक करोड़ 20 लाख रुपये कीमत की सात लग्जरी गाड़ियां बरामद की हैं.


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क्लोन किया नंबर प्लेट
यह गैंग तब पकड़ में आया जब इनमें से एक गाड़ी का उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और राजस्थान के अलवर में चालान किया गया जिस पर किसी दूसरी गाड़ी का क्लोन किया हुआ नंबर प्लेट लगा था और चालान असली वाहन मालिक के पास पहुंच गया.


नोएडा सेक्टर-63 से पीड़ित ने दर्ज की शिकायत
पुलिस ने बताया कि 22 सितंबर को थाना सेक्टर-63 नोएडा में एक पीड़ित ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसकी गाड़ी के नंबर पर बीती 3 जुलाई और 4 जुलाई को गाजियाबाद और अलवर में 500 रुपये तथा एक हजार रुपये के दो चालान कटे, जिनकी जानकारी उसे मैसेज के द्वारा प्राप्त हुई. पीड़ित ने बताया कि उसकी गाड़ी कभी अलवर और गाजियाबाद गई ही नहीं. गाड़ी में तकनीकी समस्या आने पर जब पीड़ित मेरठ स्थित सर्विस सेन्टर गया तो पता चला कि उसकी गाड़ी के नम्बर से सर्विस पहले ही हो चुकी है. पीड़ित ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि उसकी गाड़ी की सर्विस सेक्टर-63, नोएडा स्थित मारुति सर्विस सेन्टर पर हुई, जो निखिल खत्री नामक व्यक्ति द्वारा कराई गई है.


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पीड़ित ने खुद की छानबीन
पीड़ित ने तब खुद छानबीन की तो पता चला कि निखिल खत्री नामक व्यक्ति ने बताया कि उसने गाड़ी मई माह में कार्स-24 से खरीदी थी. निखिल ने बताया कि कार्स-24 वालों ने उसकी आरसी कई महीने से उसके नाम ट्रांसफर नहीं की. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि कार्स-24 ने इस गाड़ी को खरीदने के लिए हरियाणा के संकेत, कुलदीप, अभिषेक एवं अमन के खातों में लाखों रुपये के भुगतान किये थे.


पुलिस ने कार्स-24 के मुख्यालय जाकर की पूछताछ
पुलिस ने कार्स-24 के गुरुग्राम स्थित मुख्यालय में जाकर कंपनी के माध्यम से पिछले दो साल में खरीदी गई उन गाड़ियों की जानकारी मांगी जिनकी आरसी ट्रांसफर नहीं हुई है. कंपनी द्वारा दी गई सूची में संदिग्ध गाड़ियों को पुलिस ने जब्त करते हुए अपने यार्ड पर खड़ा कर लिया. जांच में सात गाड़ियों पर क्लोनिंग वाले नंबर मिले जिनके इंजन एवं चेसिस नंबर बदले हुए थे तथा जिनकी आरसी ट्रांसफर नहीं की गई थी. इस मामले में पुलिस ने कुलदीप यादव, अभिषेक कुमार, संकेत कुमार सिंह और अमन कुमार को गिरफ्तार कर लिया.


पहले भी जा चुके हैं जेल
आरोपियों ने बताया कि सभी गाड़ियां उनके साथी पुरू, मोहसीन, कुंदन गिरी, जंयत उर्फ जीना और नौशाद के द्वारा चोरी एवं क्लोन कर कार्स-24 को बेची गई थीं, जिनकी धनराशि उनके खातों में आई थी. गिरफ्तार आरोपियों के साथी पहले ही चार पहिया लग्जरी गाड़ियों की चोरी एवं क्लोनिंग कर फर्जी आरसी तैयार कर कार्स-24 के माध्यम से बेचने में तिहाड़ जेल जा चुके हैं.