Noida Crime News: नोएडा पुलिस ने एक अंतरराज्यीय संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया है. यह गिरोह फर्जी फर्म जीएसटी नंबर बनाकर सरकार के राजस्व में हजारों करोड़ का चूना लगा रहा था.
Trending Photos
Noida Crime News: नोएडा की सेक्टर-20 कोतवाली पुलिस और साइबर सेल ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर एक अंतरराज्यीय संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह फर्जी डेटाबेस को लेकर फर्जी फर्म जीएसटी नंबर बनाकर सरकार के राजस्व में हजारों करोड़ का चूना लगाने के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने का काम कर रहा था. गिरोह के मास्टरमाइंड और उसकी पत्नी समेत 8 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये गिरोह दो टीमें बनाकर इस अपराध को अंजाम दे रहा था.
ये भी पढ़ें: Mahendragarh News: दुष्यंत चौटाला बोले- साल के अंत तक हर दरवाजे पर पहुंचेगी JJP, हो रहा संगठन का विस्तार
ऐसे लगाते थे चूना
पुलिस ने मोहम्मद यासीन शेख, अश्वनी पांडे, अकाश सैनी, विशाल, राजीव, अतुल सेंगर, दीपक मुजमानी और वनिता को मधु विहार दिल्ली से गिरफ्तार किया है. इन सभी पर आरोप है कि यह फर्जी फर्म जीएसटी नंबर तैयार कर बिना माल की डिलीवरी किए बिल बनाते थे. फिर उस बिल के आधार पर जीएसटी रिफंड लेकर सरकार को हजारों करोड़ों रुपये का चूना लगा रहे थे. पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत साइबर सेल और थाना सेक्टर 20 की पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाते हुए तकनीकी और मुखबिर की सूचना पर इन लोगों को गिरफ्तार किया है.
लक्ष्मी सिंह ने बताया कि यह गिरोह दो टीमें बनाकर सरकार के राजस्व में सेंधमारी कर रहे थे. पहली टीम को मास्टरमाइंड दीपक मुजमानी संचालित कर रहा था. उसका काम था फर्जी दस्तावेज, आधार कार्ड, पैन कार्ड, रेंट एग्रीमेंट, इलेक्ट्रिसिटी बिल आदि का उपयोग कर फर्जी फार्म जीएसटी नंबर तैयार करना और फर्जी फर्म को बेचने के लिए क्लाइंट का तलाश करना था. फर्म को बेचने के लिए मोटी रकम वसूली जाती थी. इस फॉर्म में फर्जी पैन कार्ड लिंक होता है और उस पैन कार्ड से जीएसटी नंबर बनाए जाते हैं.
महिला GST रिफंड का रखती थी लेखा-जोखा
दूसरी टीम का संचालन गिरोह के मास्टरमाइंड दीपक मुजमानी की पत्नी विनीता कर करती थी. इस टीम काम फर्जी फर्म जीएसटी नंबर सहित फर्म को प्रथम टीम से खरीदकर फर्जी बिल का उपयोग कर जीएसटी रिफंड प्राप्त कर सरकार को हजारों करोड़ का चुना लगाने का था. इसके अलावा विनीता और जीएसटी रिफंड से होने वाली इनकम का लेखा-जोखा रखती थी और टीम के सदस्यों का कमीशन और खर्चे का भी प्रबंधन का कार्य करती थी.
पुलिस ने इनके कब्जे से 12 लाख 66 हजार रुपये नकद, 2660 फर्जी तैयार की गई जीएसटी फॉर्म, 12 मोबाइल 24 कंप्यूटर 4 लैपटॉप तीन हार्ड डिस्क 118 फर्जी आधार कार्ड 140 पैन कार्ड बिलिंग कॉपी और तीन लग्जरी कार बरामद किया है.