नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट किस तरह होगा बाकियों से अलग, स्विस कंपनी के इस दावे से युवाओं के चेहरे खिले
उत्तर प्रदेश के जेवर में भारत और एशिया का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) का निर्माण चल रही है. इसका पहला चरण 2024 में शुरू किया जाएगा.
Noida International Airport: उत्तर प्रदेश के जेवर में भारत और एशिया का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) का निर्माण चल रही है. इसका पहला चरण 2024 में शुरू किया जाएगा. एयरपोर्ट का पूरा निर्माण स्विट्जरलैंड की एक कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट एशिया (Zurich Airport Asia) द्वारा किया जा रहा है.
बता दें कि यह उत्तर भारत का गेटवे होगा और इतना ही नहीं इसके निर्माण से उत्तर प्रदेश के विकास से नए पंख लगने वाले है. हाल ही में, लखनऊ में चल रहे यूपी इन्वेस्टर्स समिट में कंपनी ने नोएडा एयरपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी. कंपनी ने कहा है कि यह एक ऐसा एयरपोर्ट होगा, जिस पर यूपी और भारत को गर्व होगा.
उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट के निर्माण से यूपी में विकास के नए और बड़े रास्ते खुलेंगे. इतना ही नहीं, यह इलाका मैन्युफैक्चरिंग और कॉमर्स का हब बनकर उभरेगा. इससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा और लॉजिस्टिक कॉस्ट में कमी आएगी. ज्यूरिख एयरपोर्ट एशिया के सीईओ डेनियल बर्चर एयरपोर्ट से जुड़ी कई जानकारियों का साझा किया है.
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उन्होंने बताया कि हम नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को एविएशन लैंडमार्क बनाने के लिए हम पूरी जीजान से जुटे हैं. यह ऐसा एयरपोर्ट होगा जिस पर यूपी और भारत को गर्व होगा. इसके लिए दुनियाभर की कंपनियां काम कर रही हैं. फ्यूल फार्म, मल्टीमोडल कार्गो हब, एयरपोर्ट होटल और कैटरिंग फैसिलिटीज विकसित की जा रही हैं.
मेट्रो और ट्रेन से होगी कनेक्टिविटी
उन्होंने आगे बताया कि इसमें टाटा ग्रुप भी शामिल है. यह तो अभी शुरुआत है. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से यूपी में निवेश बढ़ेगा और विकास को पंख लगेंगे. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में कहा एयरपोर्ट केवल फ्लाइट्स पकड़ने की जगह नहीं होती है. दुनियाभर में हमने देखा है कि एयरपोर्ट से आसपास के इलाकों में इकनॉमिक ग्रोथ और रोजगार को गति मिलती है.
उन्होंने आगे कहा कि यह एयरपोर्ट पश्चिमी यूपी में विकास के नए रास्ते खोलेगा. इससे यह इलाका मैन्युफैक्चरिंग और कॉमर्स का हब बनेगा. साथ ही हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा. मल्टीमोडल कार्गो हब से लॉजिस्टिक कॉस्ट में कमी आएगी. यह एक वर्ल्ड क्लास, मॉडर्न और डिजिटली इनेबल्ड एयरपोर्ट होगा. इसमें उत्तर प्रदेश की समृद्ध विरासत देखने को मिलेगी। यह स्विस एफिशियंसी और इंडियन हॉस्पिटैलिटी का शानदार संगम होगा.
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उन्होंने सबसे आखिर में कहा कि जब अगले साल नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट खुलेगा तो इसका डायरेक्ट एक्सेस यमुना एक्सप्रेसवे से होगा. एयरपोर्ट के लिए अलग से एक रोड बनाई जाएगी. ताकि फ्रेट को आसानी से ट्रांसपोर्ट किया जा सके. एयरपोर्ट में मेट्रो और हाई स्पीड ट्रेन की सुविधा होगी.
उन्होंने आगे जानकारी दी कि इससे पैसेंजर्स को एक अलग अनुभव मिलेगा. यूपी सरकार ने एयरपोर्ट के आसपास भूमि का अधिग्रहण शुरू कर दिया है. इससे भविष्य में इसका विस्तार हो सकेगा. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप का शानदार उदाहरण है.