Paddy Sell: धान को बेचने के लिए मंडी में पहुंचे किसान, लेकिन शुरू न हुई खरीद, पोर्टल में आई परेशानी
करनाल की अनाज मंडी में धान की खरीद अभी तक शुरू नहीं हुई है. दोपहर बाद शाम तक खरीद शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. किसान अपनी धान की फसल को लेकर मंडी पहुंच रहे हैं. धान का समर्थन मूल्य 2203 रखा गया है.
Karnal Paddy Sell: करनाल की अनाज मंडी में धान की खरीद अभी तक शुरू नहीं हुई है. दोपहर बाद शाम तक खरीद शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. किसान अपनी धान की फसल को लेकर मंडी पहुंच रहे हैं. धान का समर्थन मूल्य 2203 रखा गया है. मार्केट कमेटी सचिव बलवान सिंह ने बताया कि ई खरीद के गेट पास काटे जा रहे हैं, लेकिन एजेंसी को अभी राइस मिल अलॉट नहीं किए गए, अभी मंडी में धान की सरकारी खरीद शुरू नहीं हुई वहीं दोपहर बाद शुरू होने की उमीद है.
धान का सीजन कभी 1 अक्टूबर से शुरू होता था तो प्रशासन से लेकर किसान, मजदूर और सरकार तक की परेशानी बढ़ जाती थी. इस बार सरकार ने धान की खरीद को 25 सितंबर से शुरू करने का फैसला लिया, लेकिन जब किसान मंडी पहुंचे तो पोर्टल में परेशानी चल रही है, इसलिए किसानों को ई खरीद के गेट पास नहीं मिल रहे, किसानों को वो गेट पास दिए जा रहे हैं जो प्राइवेट खरीद के होते हैं.
इस बार का समर्थन मूल्य 2203 रखा गया है, करनाल की निसिंग अनाज मंडी में हैफेड, फूड सप्लाई, हरियाणा वेयर हाउस की खरीद एजेंसियां अलग-अलग दिन आकर खरीद करेंगी. धान की नमी 17 रखी गई है, अगर इससे ज्यादा नमी मिलती है तो किसान को अपनी धान सुखानी होगी, उसी के बाद वो बिकेगी. अगर वो नमी ज्यादा वाली बेचना चाहता है तो उसको पूरा समर्थन मूल्य नहीं मिलेगा.
धान की खरीद सरकार ने 25 सितंबर से कर दी है, लेकिन अभी तक मंडी में धान के खरीद शुरू नहीं हुई. किसानों का कहना है कि हर साल ऐसी ही स्थिति होती है. सरकार कागजों में तो खरीद शुरू करवा देती है, लेकिन मंडी में खरीद शुरू नहीं होती. जिससे हमें काफी परेशानियां हो रही है. प्राइवेट राइस मिलर सौ रुपये काम में धान खरीद रहे हैं, जिससे हमें काफी नुकसान हो रहा है. सरकार को चाहिए कि जल्दी से जल्दी धान की खरीद शुरू करवाई जाए.
वहीं किसान टकटकी लगाए बैठा भी है कि आखिर कब तक खरीद एजेंसी मंडी में आएंगी क्योंकि अभी खरीद शुरू नहीं हुई है. बहराल अभी सीजन का शुरुआती समय है. आगे कई और परेशानियां भी आ सकती हैं, जिसमें बारिश से लेकर मंडी का जाम हो जाना, समय पर उठान ना होना, पोर्टल में समस्या आ जाना. इन्हीं सभी को देखते हुए यह आगे ही पता चलेगा कि मंडी में इस बार धान का सीजन कैसा रहता है.
Input: KAMARJEET SINGH