कर्ज चुकाने के लिए पार की हैवानियत की हद, 8 साल के बच्चे की हत्या में दो गिरफ्तार
आरोपियो की निशानदेही पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में बच्चे का शव गांव में बने जोहड़ से बरामद किया गया. पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल बाइक और पेन की बरामदगी के लिए पुलिस ने आरोपी विनोद व संजय को कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड पर लिया है.
राकेश भयाना/ पानीपत : गांव बराना से 20 जून को 8 वर्षीय रौनक का अपहरण करने के बाद बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी. बच्चे को मारने के बाद आरोपियों ने घर में लिखा कागज फेंककर 15 लाख फिरौती मांगी थी. पुलिस ने वारदात में शामिल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इनकी पहचान विनोद और संजय निवासी बराना के रूप में हुई.
शुरुआती पूछताछ में पता चला कि दोनों आरोपियों ने अपने ऊपर चढ़े कर्ज को उतारने के लिए उन्होंने बच्चे का अपहरण किया और बाग में ले जाकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद उन्होंने बच्चे के घर में 15 लाख रुपये की फिरौती की मांग लिखा कागज पत्थर से लपेटकर रौनक के घर में फेक दिया था.
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पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने बताया 20 जून को गांव बराना निवासी सीमा पत्नी शिवकुमार ने 8 वर्षीय बेटे के अपहरण की शिकायत की थी, जिसके बाद थाना सेक्टर 13/17 पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी. बच्चे की सकुशल वापसी और आरोपियों की धरपकड़ के लिए अतिरिक्त सीआईए-वन व सीआईए-टू की टीमों को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई थी. आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालते हुए पुलिस संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर रही थी.
शव गांव में बने जोहड़ से बरामद
इस दौरान जब सीआईए-वन प्रभारी इंस्पेक्टर राजपाल सिंह व उनकी टीम ने बुधवार सुबह गांव के ही रहने वाले विनोद और संजय से सख्त पूछताछ की तो दोनों ने 8 वर्षीय रौनक के अपहरण व हत्या करने की बात स्वीकार कर ली. इसके बाद आरोपियो की निशानदेही पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में बच्चे का शव गांव में बने जोहड़ से बरामद किया गया. पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल बाइक और पेन की बरामदगी के लिए पुलिस ने आरोपी विनोद व संजय को कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड पर लिया है.
बच्चे के घर आता-जाता था आरोपी
विनोद और संजय दोस्त हैं. विनोद अपह्रत बच्चे के पिता शिवकुमार के साथ साझे में खेती करता है, जिसकी वजह से विनोद का शिवकुमार के घर आना जाना था. इस दौरान उसे शिवकुमार के पास पैसे होने के बारे में पता चल गया था. विनोद व संजय ने अपने उपर चढ़े कर्ज को उतारने के लिए करीब 10 दिन पहले खेत में बैठकर शिवकुमार के बेटे रौनक का अपहरण करने की साजिश रच डाली.
ऐसे दिया था वारदात को अंजाम
20 जून की सुबह करीब 10.40 बजे दोनों आरोपी बाइक पर गांव बबैल की ओर से आ रहे थे तो उन्होंने रौनक को गली में अकेले खेलते हुए देखा. विनोद वह बाइक से उतर गया और संजय को खेत में भेज दिया. सीसीटीवी से बचने के लिए उसने दूर से ही इशारा कर बच्चे को बुलाया और खेत से आम दिलाने का लालच देकर बच्चे को अपने साथ ले गया.
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बाग में पहुंचने के बाद जब रौनक उनसे बचने के लिए भागने लगा तो दोनों ने मासूम का मुंह व गला दबाकर हत्या कर दी और शव बोरे में डाल दिया. साथ ही बोर में 3-4 ईंट भर दीं और कुछ ही दूरी पर स्थित जोहड़ में शव को फेंक दिया. आरोपी संजय राज मिस्त्री का काम करता है.
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