Arvind Kejriwal Birthday: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल का भारतीय राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पहचाने जाते हैं. उनका जन्म 16 अगस्त 1968 को हरियाणा के भिवानी जिले के सिवानी में हुआ था. आइए इनके निजी, राजनीतिक, पढ़ाई, आदि के बारे में जानते हैं.
Arvind Kejriwal Education: अरविंद केजरीवाल बचपन से ही पढ़ने लिखने में होशियार थे और पहले प्रयास में ही IIT खड़गपुर में प्रवेश किया था. इंजीनियरिंग करने के बाद केजरीवाल ने टाटा स्टील कंपनी में नौकरी की. कुछ समय में बाद नौकरी छोड़कर UPSC की तैयारी शुरू की. साल 1993 में UPSC पास कर भारतीय राजस्व विभाग में शामिल हुए.
Arvind Kejriwal Love Story: अरविंद केजरीवाल और उनकी पत्नी सुनीता से पहली मुलाकात नागपुर स्थित राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में हुई थी. दोनों ने भारतीय राजस्व सेवा की परीक्षा पास करने के ट्रेनिंग के लिए गए थे. तभी दोनों में नजदीकियां बढ़ी और प्यार हुआ. जिसके बाद दोनों ने साल1995 में शादी की. आज उनकी एक बेटी हर्षिता और एक बेटा पुलकित केजरीवाल है.
Arvind Kejriwal as Social Worker: अरविंद केजरीवाल एक मुख्यमंत्री होने से पहले एक समाज सेवक के रूप में जाने जाते हैं. उन्होंने साल 1999 में नकली राशन कार्ड घोटाले का भंडाफोड़ किया था. इसी के साथ ही उन्होंने परिवर्तन नामक एक आंदोलन भी शुरू किया था. 2006 में केजरीवाल को सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में सूचना के अधिकार कानून का उपयोग करके परिवर्तन आंदोलन में उनकी भागीदारी के लिए रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. सामाजिक कामों में रुझान होने के चलते अरविंद केजरीवाल ने अपनी सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था और उन्होंने एक पब्लिक कॉज रिसर्च फांउडेशन की शुरुआत की.
Arvind Kejriwal in Anna Hazare Movement: साल 2011 में अरविंद केजरीवाल ने अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में साथ दिया था. जिसमें अन्ना हजारे ने 5 अप्रैल 2011 को भूख हड़ताल शुरू की, जिसे केजरीवाल ने समर्थन दिया और प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे. अन्ना के आंदोलन को जन लोकपाल आंदोलन नाम दिया गया. 12 दिनों की भूख हड़ताल के बाद सरकार ने लोकपाल विधेयक तैयार करने पर सहमति दी.
Arvind Kejriwal Politial Career: इसके बाद साल 2012 में केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी लॉन्च की. 2013 में उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाला और अपने प्रस्तावित भ्रष्टाचार विरोधी कानून के लिए समर्थन जुटाने में असमर्थता के कारण 49 दिन बाद इस्तीफा दे दिया. इसके बाद उन्होंने 2015 और 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव जीते और लगातार तीन बार दिल्ली के सीएम बनें. लगातार तीन बार दिल्ली का सीएम बनने से केजरीवाल ने अशीला दीक्षित के रिकॉर्ड की बराबरी कर की है.