जानकारी के अनुसार, गांव फाजिलपुर में रामबीर की ढाणी पर यह भूमि सड़क और हरित क्षेत्र के लिए अधिग्रहित की गई थी. 16 मकान इस हरित क्षेत्र के बीच में आ रहे थे और इन मकानों के मालिकों को 2016 में मुआवजा दिया गया था. इसके साथ ही उन्हें सेक्टर-49 में वैकल्पिक प्लॉट भी आवंटित किए गए थे.
सड़क निर्माण के दौरान, कुछ मकानों को उनके मालिकों ने तोड़ दिया था, लेकिन हरित क्षेत्र के बीच में आने वाले मकानों को नहीं हटाया गया. इसके बावजूद, पूर्व मालिकों ने इन मकानों को किराए पर दे रखा था. प्रशासन ने इन मकानों में रहने वाले लोगों को 24 घंटे का समय दिया था ताकि वे अपने मकान खाली कर सकें.
जीएमडीए का तोड़फोड़ दस्ता, डीटीपीई आरएस बाठ के नेतृत्व में, इस कार्रवाई के लिए सुबह ही एसपीआर पर पहुंचा. मकानों का निरीक्षण करने के बाद, जब ये खाली मिले, तो बुलडोजर की मदद से तोड़फोड़ का काम शुरू किया गया. इस कार्रवाई के दौरान ग्रामीणों ने विरोध किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया.
डीटीपी आरएस बाठ ने बताया कि जनवरी महीने में भी इसी तरह का अभियान चलाया जाएगा, जिसमें करीब 12 किलोमीटर लंबा एसपीआर क्षेत्र अतिक्रमणमुक्त कराया जाएगा. गौरतलब है कि सोमवार को भी इस क्षेत्र में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि मकानों में रह रहे लोगों को 24 घंटे के भीतर अपने मकान खाली करने के लिए कहा गया था.