Delhi Shiv Temple: 22 जुलाई से सावन का पावन महीना शुरू ही होने वाला है. इन दिनों में भक्त भगवान शिव के दर्शन के मंदिरों में जाते हैं. क्योंकि इन दिनों में शिव की खास पूजा की जाती है. ऐसे चलिए हम आपको दिल्ली के कुछ खास और पौराणिक शिव मंदिर के बारे में बताते हैं.
Gauri Shankar Mandir: चांदनी चौक में प्राचीन गौरी शंकर मंदिर 800 साल पुराना है. इस मंदिर का निर्माण शिव के एक मराठी भक्त ने कराया था. ऐसी मान्यता है कि एक मराठा सिपाही युद्ध में बहुत घायल हो गया था. वह भोलेनाथ का भक्त था. उसने भगवान शिव से अपने ठीक होने की गुहार लगाई थी. भगवान शिव की कृपा से वह ठीक भी हो गया था. इसके बाद से मराठा सिपाही ने गौरी शंकर मंदिर का निर्माण करवाया था. इस मंदिर का रेनॉवेशन 20वीं शताब्दी के मध्य में हुआ था.
Nili Chhatri Mandir: जमुना बाजार में स्थित यह मंदिर बेहद पुराना है. ऐसा माना जाता है कि सबसे बड़े पांडव युधिष्ठिर ने मंदिर का निर्माण करवाया था. यहीं से अश्वमेध यज्ञ का आयोजन किया था. यह मंदिर सलीमगढ़ किले के बहादुर शाही गेट के निकट, यमुना बाजार क्षेत्र में है.
Dudheshwar Nath Temple: दिल्ली एनसीआर के गाजियाबाद में स्थित है दूधेश्वर नाथ मंदिर, जो कि भगवान शिव को समर्पित है. यह मंदिर हिंडन नदी से कुछ दूरी पर स्थित है. ऐसा कहा जाता है कि यहां स्थापित शिवलिंग खुद उत्पन्न हुआ है. यही वजह है कि इस मंदिर में लोग दूर-दूर से पूजा करने के लिए आते हैं.
Gufa Wala Shiv Temple: दिल्ली के प्रीत विहार में स्थित है गुफा वाला शिव मंदिर. इस मंदिर को बहुत ही आकर्षक तरीके से बनाया गया है. इस मंदिर का निर्माण लगभग 22 साल पहले हुआ था. यहां हिंदू धर्म के सभी देवी-देवताओं की प्रतिमाएं हैं.
Mangal Mahadev Birla Kanan Temple: मंगल महादेव बिरला कानन मंदिर का निर्माण 90 के दशक में हुआ है. यह मंदिर दिल्ली-गुड़गांव NH-8 के पास है. यहां भगवान शंकर की 11 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है. इसके अलावा यहां अन्य देवी-देवताओं की भी प्रतिमाएं हैं. इस मंदिर परिसर में बाग भी है, जहां जिसे रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया है.