वंदे भारत ट्रेन शुरुआती दिनों से लेकर आज तक लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो चुकी है. आज के समय में काफी लोग वंदे भारत में यात्रा करने में दिलचस्पी दिखाते है. क्योंकि इस ट्रेन में बाकी ट्रेनों के मुकाबले में ज्यादा सुविधाए यात्रियों को मिलती है. अब रेलवे वंदे भारत ट्रेनों में स्लीपर कोच को लोगों के बीच लाने की तैयारी कर रही है. आइए इससे पहले इसे जुड़ी तमाम सुविधाओं पर नजर डालते है.
यह ट्रेन 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार चलने में सक्षम होगी, लेकिन सुरक्षा कारणों की वजह से इसे 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ही चलाया जाएगा.
ट्रेन में एक डिब्बे से दूसरे डिब्बे में जाने वाले सभी दरवाजे और शौचालय के भी दरवाजे सेंसरयुक्त होंगे. इन दरवाजों की बनावट ऐसी होगी जिससे बाहर का शोर अंदर नहीं आएगा. इस ट्रेन में विमान की तरह बायो टॉयलेट होंगे. इसमें वॉशबेसिन इस तरह से डिजाइन किए गए हैं कि किसी भी स्थिति में पानी बाहर न गिरे. वहीं प्रथम श्रेणी एसी डिब्बे में, शौचालयों में स्नान के लिए शॉवर और गर्म पानी की सुविधा भी दी जाएगी. इस ट्रेन में दिव्यांग यात्रियों को चढ़ाने के लिए ऑटोमेटिक दरवाजे लगाए गए हैं.
रात में बेहतर रोशनी के लिए भी जरूरी जगहों पर अच्छी खासी व्यवस्था की गई है. यात्री जिस जगह से गुजरेगा, वहां नीचे की ओर लगी स्ट्रिप्स लाइट जल जाएंगी. इससे कोच में सो रहे लोगों की रोशनी की वजह से नींद खराब नहीं होगी.
इस ट्रेन के इंटीरियर को क्रीम, येलो और वुडन कलर का बनाया जाएगा. मिडिल और अपर बर्थ के लिए यात्रियों को सीढ़ियों की भी सुविधा दी जाएगी. जिससे यात्री आसानी से चढ़ सकते हैं. इस ट्रेन में सभी लाइट सेंसर से चलेंगी. इसका मतलब यह है कि यात्री जहां-जहां जाएगा वहां कि लाइट ऑटोमेटिक ऑन हो जाएगी और उसके निकलते ही बंद हो जाएंगी.
वंदे भारत के स्लीपर ट्रेन में कुल 16 कोच होंगे और इसमें तीन प्रकार के अलग-अलग कोच शामिल होंगे जिनमें 3 टियर एसी, 2 टियर - एसी और फर्स्ट क्लास एसी शामिल होगा. इस ट्रेन में कुल मिलाकर 823 यात्री यात्रा का आनंद उठा सकते है. वहीं 823 यात्रियों में से 611 यात्री 3-टियर एसी कोच में, 188 यात्री 2-टियर एसी कोच में और 24 यात्री प्रथम श्रेणी कोच में यात्रा का आनंद उठा सकते है.