Independence Day 2022: इस साल सारा देश आजादी की 75वीं सालगिरह मना रहा है. इस खास मौके पर देश के प्रधानमंत्री लालकिले की प्राचीर से तिरंगा झंडा फहराते हैं. बता दें कि लाल किले पर झंडा फहराने का सिलसिला 75 साल से लगातार जारी है. लाल किले पर पहली बार तिरंगा झंडा देश के पहले प्रधानमंत्री और महान स्वतंत्रता सेनानी पंडित जवाहरलाल नेहरू ने फहराया था.
लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इनमें से कई प्रधानमंत्री ऐसे भी हैं जिन्हें यह गौरव कई बार हासिल हुआ है. मगर कुछ प्रधानमंत्री ऐसे थे जिन्हें किसी वजह से यह मौका नहीं मिल सका. तो चलिए हमारे साथ जाने कि आजादी के बाद से लेकर अभी तक किस प्रधानमंत्री ने लाल किले पर कितनी बार तिरंगा फहराया है.
पंडित जवाहरलाल नेहरूः- देश आजाद होने के बाद पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Pandit Jawaharlal Nehru) ने लाल किले की प्राचीर से 17 बार तिरंगा झंडा फहराया था. इसी के साथ आजाद भारत के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले राजनेताओं में एक थे. उस दौर में पंडित नेहरू ने 1947 से 1964 तक देश की बागडोर संभाली. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि प्रधानमंत्री के तौर पर पंडित नेहरू ने लालकिले पर नहीं, बल्कि नई दिल्ली में इंडिया गेट के पास प्रिंसेस पार्क में पहली बार तिरंगा फहराया था. इसके एक साल बाद उन्होंने लालकिले पर तिरंगा फहराने की परंपरा शुरू की.
इंदिरा गांधीः- दुनियाभर में आयरन लेडी के नाम से मशहूर इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) आजाद भारत की पहली और आखिरी महिला प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल में 16 बार लालकिल से तिरंगा फहराने का गौरव हासिल हुआ था. 1966 से लेकर 1977 तक और उसके बाद 1980 से लेकर 1984 तक देश की प्रधानमंत्री रहीं. इंदिरा गांधी दूसरी ऐसी महिला हैं, जिनका नाम सबसे लंबे समय तक भारत के प्रधानमंत्री के पद पर रहने का रिकॉर्ड है.
मनमोहन सिंहः- मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने साल 2004 से लेकर 2014 तक प्रधानमंत्री का पद संभाला था. इस दौरान उन्होंने लालकिल पर 10 बार झंडा फहराया है. दुनिया के सबसे मशहूर अर्थशास्त्री डॉ मनमोहन सिंह 1972 से लेकर 1976 तक वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार रहे. इसी के साथ उन्होंने 1991 से 1996 तक केंद्रीय वित्त मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाली. इसी के साथ डॉ मनमोहन सिंह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर और प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के आर्थिक सलाहकार भी रह चुके हैं.
अटल बिहारी वाजपेयीः- इसी के साथ देश की बागडोर संभालते हुए प्रधानमंत्री पद पर अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) ने लाल किले पर 6 बार तिरंगा फहराया था. अटल बिहारी वाजपेयी 1996 में 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री बने थे. इसके बाद वो 1998 से 1999 तक 13 महीने के लिए प्रधानमंत्री बने थे. 1999 में पूरे 5 साल तक इस पद पर बने रहे. वाजपेयी अपने लंबे राजनीतिक करियर के दौरान देश के विदेश मंत्री रहे.
राजीव गांधीः- गांधी परिवार के एक और सदस्य ने प्रधानमंत्री के पद पर गौरवता हासिल की. कोई और नहीं, बल्कि राजीव गांधी ने देश के प्रधानमंत्री पद पर 5 बार तिरंगा फहराया था. 1984 से लेकर 1989 तक देश के प्रधामंत्री रहे.
नरसिंह रावः- नरसिंह राव 1991 से लेकर 1996 तक ये देश के प्रधानमंत्री के पद को संभाला. उन्होंने इस दौरान लाल किले की प्राचीर से 5 बार तिरंगा फहराया था.
एक बार तिरंगा फहराने वाले पीएम
प्रधानमंत्री का पद संभालने वाले लाल बहादुर शास्त्री (1964-66), चौधरी चरण सिंह (1979-80), विश्वनाथ प्रताप सिंह (1989-90), एचडी देवेगौड़ा (1996-97) और इंदर कुमार गुजराल (1998-99) आजाद भारत के ऐसे प्रधानमंत्री रहे, जिन्हें लाल किले से तिरंगा फहराने का मौका सिर्फ एक बार ही मिल सका.
पद मिला, लेकिन फिर भी फहरा पाए तिरंगा
बता दें कि गुलजारी लाल नंदा और चंद्रशेखर देश के दो ऐसे प्रधानमंत्री थें, जिन्हें एक बार भी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर पर तिंरंगा फहराने का मौका नहीं मिला.
नरेन्द्र मोदीः- मौजूदा वक्त में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लाल किले पर अभी तक 8 बार तिरंगा फहरा चुके हैं. प्रधानमंत्री बनने से पहले वे 12 साल से ज्यादा समय तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे.