Foreign Admissions: हम हर साल दखते हैं कि बड़ी तादात में बच्चे विदेश पढ़ने जाते हैं. इन छात्रों का मुख्य उद्देश्य बाहर जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करना है. हालांकि देश से बाहर पढ़ने के लिए बच्चों को कई एंट्रेंस एग्जाम देना जरूरी होता है. इन एग्जाम के जरिए उनकी नॉलेज ,स्किल, स्ट्रेंथ को टेस्ट किया जाता है. आइए जानते हैं विदेश पढ़ने जाने के लिए छात्र-छात्राओं को कौन सी परिक्षाएं देनी जरूरी होता है.
IELTS- International English Language Testing System ऐसे छात्र-छात्राएं जो नॉन-नेटिव इंग्लिश कंट्री से आते हैं उनके लिए IELTS की परीक्षा देना जरूरी माना जाता है. इस एग्जाम के माध्यम से ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्रिटेन और न्यूजीलैंड जैसे देशों में बच्चों को जाने का और पढ़ने का मौका मिलता है. वहीं IELTS का स्कोर 2 वर्ष तक मान्य रहता है.
SAT- Scholastic Assessment Test स्कॉलैस्टिक असेसमेंट टेस्ट अमेरिका के कॉलेज में प्रवेश के लिए जरूरी माना जाता है. इस एग्जाम के माध्यम से बच्चों के गणित, पढ़ने और लिखने की क्षमता का परीक्षण करके कॉलेज के लिए उनकी तैयारी का पूरा आकलन किया जाता है.
TOEFL- Taste of English as a Foreign Language अमेरिका में पढ़ने के लिए इस एग्जाम को देना जरूरी होता है. इस एग्जाम के माध्यम से बच्चों की इंग्लिश की जानकारी का आकलन किया जाता है. वहीं इस एग्जाम को ज्यादातर नॉर्थ अमेरिकी के संस्थानों में वरीयता दी जाती है. इस एग्जाम को देने से आपके पढ़ने, लिखने, बोलने और सुनने की समझ का पूरा आकलन किया जाता है. इस एग्जाम को देने के लिए आपकी उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए.
GRE- Graduate Record Examination इस एग्जाम के माध्यम से स्टूडेंट्स की राइटिंग, मौथ्स और एनालिटिकल राइटिंग क्षमताओं का आकलन किया जाता है. वहीं ये एग्जाम दुनियाभर में ग्रेजुएशन और बिजनेस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों कि लिए जरूरी माना जाता है.
LSAT- law school admission test लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट उन बच्चों के लिए है जो अमेरिका के कॉलेज से मास्टर ऑफ लॉ की डिग्री लेना चाहते हैं. वहीं इस एग्जाम को संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में मान्यता दी जाती है.